ताजमहल का दीदार करने वालों को 25 दिसंबर, क्रिसमस के मौके पर एक तरफ जहां ई-टिकटिंग की सुविधा का उपहार मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर उन्हें ताज को देखने के लिए उन्हें ज्यादा शुल्क देना होगा. आगरा विकास प्राधिकारण ने सोमवार को हुई अपनी बोर्ड की बैठक में ये फैसले लिए गए. प्रस्ताव पास कर शासन को भेजा जाएगा. हालांकि पुरातत्व विभाग ने अपने प्रवेश शुल्क की दरें नहीं बढ़ाई हैं. नई दरें जल्द ही लागू हो जाएंगी.
आगरा विकास प्राधिकरण के सचिव कैप्टन प्रभांशु श्रीवास्तव ने बताया कि अभी तक ताज महल देखने के लिए विदेशियों से 750 रुपए प्रवेश शुल्क लिया जाता था. इसमें विकास प्राधिकरण का पथकर शुल्क 500 रुपये था और पुरातत्व विभाग का शुल्क 250 रुपये था. वहीं भारतीयों के लिए प्रवेश शुल्क 20 रुपये था. इसमें विकास प्राधिकरण का पथकर शुल्क 10 रुपये था और पुरातत्व विभाग का शुल्क 10 रुपये था. आगरा विकास प्राधिकरण ने अब विदेशियों से 750 रुपये और भारतीयों से 40 रुपये पथकर शुल्क लेने का निर्णय लिया है.
प्राधिकरण के इस फैसले के कारण अब विदेशी सैलानियों को ताज देखने के लिए 1,000 रुपए जबकि भारतीयों को 50 रुपए प्रवेश शुल्क देना होगा. सचिव ने बताया कि 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों पर अभी तक प्रवेश शुल्क नहीं लगता था. उन पर प्रवेश शुल्क लगेगा या नहीं इसका निर्णय आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा गठित कमेटी तय करेगी.