हाल ही में जब मोदी जापान यात्रा पर गए तो चर्चा गंगा और काशी की भी खूब हुई. जापान गंगा की सफाई का बीड़ा उठाने को भी तैयार हो गया. ताजमहल के लिए विश्व-विख्यात आगरा भी जापानी कौशल का फायदा उठाने में पीछे नही रहना चाहता. जापान का आगरा से रिश्ता दशकों पुराना है.
एशिया का पहला कुष्ठ रोग संस्थान आगरा में जापान के डॉ एम मियाजाकी ने ही शुरू किया था.हर साल लगभग तीस हजार जापानी पर्यटक आगरा आते हैं. जापानी सरकार आगरा में निवेश कर इसे स्मार्ट सिटी के तौर विकसित करने का पूरा खाका तैयार कर रही है. सौ सदस्यों का जापानी प्रतिनिधि मंडल दिसंबर में आगरा के इन्फ्रास्ट्रक्चर का अध्धयन करने और एमओयू पर दस्तखत करने आएगा. प्रधानमंत्री के साथ जापान यात्रा पर आगरा के व्यपारियों का एक दल भी गया था. इस दल में शामिल रहे व्यापारी पूरन डावर ने इंडिया टुडे को बताया कि क्योटो के मेयर दाईसाकू कादोकवा के आगे हमने आगरा के विकास की एक योजना भी सौंपी. योजना के अध्धयन के बाद मेयर ने विशेषज्ञों का एक दल आगरा भेजने का फैसला किया.
यह दल आगरा के हैरिटेज को नुकसान पहुंचाए बिना इसे स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित करने की योजना तैयार करेगा. दवार ने बताया कि हिरोशिमा कि सरकार भी भारतीय व्यपारियों के साथ साझे तौर पर उपक्रम स्थापित करने को तैयार हो गई है. अगर चीजें सही दिशा में बढ़ी तो जल्द ही प्रदूषण मुक्त विकसित आगरा का सपना सच हो सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि जापानी सरकार को इस तथ्य से भी अवगत कराया गया कि भारत में मैनपावर अन्य जगहों के मुकाबले काफी सस्ता है.
आगरा के विकास के लिए आगरा विकास फाउंडेशन का गठन किया गया है. इसका लक्ष्य है इको फ्रैंडली विकास के लिए जापानी फंड प्राप्त करना.सोलर एनर्जी और निम्न कार्बन उत्सर्जन करने वाली तकनीक से आगरा को स्मार्ट सिटी बनाने का ये सपना देखते है कब पूरा होता है.