यूपी में सियासी जमीन तलाश रहे एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले बीएसपी के वोट बैंक में सेंध लगाते नजर आ रहे हैं. ओवैसी ने सोमवार को 'जय मीम और जय भीम' का नारा देकर मुस्लिमों के साथ दलित वोट बैंक को भी साधने की कोशिश की.
करीब साढ़े तीन साल बाद लखनऊ में जनसभा कर रहे ओवैसी ने एक तीर से कई निशाने साधे. उन्होंने मुजफ्फरनगर दंगों से लेकर आने वाले चुनावों में युवाओं की भूमिका को भी मुद्दा बनाया. ओवैसी ने कहा कि लोगों को अखिलेश यादव की सरकार से जवाब मांगना चाहिए, जो दंगों के लिए जिम्मेदार है. उन्होने कहा, 'युवाओं का उत्साह देखकर वह कह सकते हैं कि विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी की जीत होगी.'
मुस्लिम वोटों के सहारे नैया पार करने की कोशिश
यूपी में ओवैसी अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं हालांकि उप चुनाव में उनको कोर्इ खास सफलता नहीं मिल पार्इ थी. ओवैसी यूपी में अगले साल होने वाले चुनाव के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं. वे यहां मुस्लिम वोटों के सहारे अपनी नैया पार करना चाहते हैं. यही कारण है कि पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश कि तरफ उनका रुझान काफी बढ़ा है.
2017 विधानसभा चुनाव पर है निगाह
ओवैसी की निगाह यूपी में होने वाले 2017 विधानसभा चुनाव पर है यही कारण है कि वो यहां अपनी जमीन तलाशने में जुट गए हैं और लखनऊ सहित प्रदेश के कई जिलो में पहुंच कर नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं.
ओवैसी ने कहा, 'हमारे पास ज्यादा ताकत नहीं है, लेकिन युवाओं की ऊर्जा और उत्साह को देखकर मैं सकारात्मक महसूस कर रहा हूं. मुझे विश्वास है कि चुनावों में हमारी जीत होगी और हम विधानसभा पहुंचेंगे.' मुस्लिम और दलित समीकरण साधते हुए उन्होंने कहा, 'हम मुसलमान और दलित दोनों समुदाय के लिए काम कर रहे हैं. मैं चाहता हूं कि दोनों समाज के लोग सरकार से सवाल करें.'