एक तरफ जवान देश के लिए जान न्योछावर कर रहे है, दूसरी तरफ नेता जवानों की शहादत पर राजनीती करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं. बुधवार को अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘यूपी, मध्य प्रदेश, दक्षिण भारत हर जगह से शहीद हुए हैं, गुजरात का कोई जवान शहीद हुआ हो तो बताओ.’ अखिलेश ने यह बयान किस संदर्भ में दिया यह फिलहाल साफ नहीं है.
हाल के दिनों में जवानों पे आतंकी हमले बढ़े है. जम्मू कश्मीर की सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से हमले बढ़े हैं. छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में 25 जवानों की मौत हो गई थी. उससे पहले जम्मू कश्मीर के उरी में हुए हमले में 19 जवान शहीद हुए थे.
पहले भी नेता देते रहे है ऐसे बयान
JDU के पूर्व नेता भीम सिंह ने पुंछ में शहीद जवानों के बारे में शर्मनाक बयान देते हुए कहा था कि लोग सेना और पुलिस में मरने के लिए ही आते हैं. शहीदों के अंतिम संस्कार के बारे में ऐसा क्या खास हो गया है. जिस पर बहुत बवाल हुआ था. हालांकि बाद में माफी मांग ली थी.
आरके सिंह ने किया हमला
बीजेपी सांसद आरके सिंह ने अखिलेश के इस बयान को संकीर्ण मानसिकता का बताया. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सेना को जातपात और राज्यों के हिसाब से नहीं बांटा जा सकता है. सेना को राजनीति से दूर रखना चाहिए. मुझे शर्म आती हैं कि इस तरह का बयान के बड़े प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दिया है. अखिलेश यादव को अपने इस बयान पर माफ़ी मांगनी चाहिए. आज देश समझ रहा है वो इस तरह के बयान क्यूं दे रहे है.