उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार से तकनीकी और वित्तीय मदद मिले तो गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के काम को अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है.
अखिलेश ने आईआईटी कानपुर द्वारा ‘भारत जल प्रभाव सम्मेलन 2012’ को संबोधित करते हुये कहा कि उनकी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिये हर संभव कार्य करेगी. उन्होंने कहा, ‘इस कार्य में यदि केन्द्र सरकार से वित्तीय मदद एवं तकनीकी सपोर्ट मिले तो इसमें बहुत सुधार लाया जा सकता है.’
उत्तर प्रदेश राज्य सूचना केन्द्र की यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ 2013 को देखते हुये संत समाज गंगाजल की निगरानी कर रहा है. हाई कोर्ट द्वारा भी इसकी निगरानी की जा रही है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सब मिलकार प्रयास करें तो गंगा के पानी को साफ किया जा सकता है.
अखिलेश ने कहा, ‘सभी प्रमुख शहर, औद्योगिक क्षेत्र, चीनी मिलें आदि गंगा नदी के किनारे स्थित हैं. उनसे निकलने वाले अपशिष्ट से गंगा में प्रदूषण बढ़ा है.
उन्होंने कहा टेनरीज प्रदूषण से गंगा को बचाने के लिये केन्द्र सरकार की चमड़ा इकाईयों के लिये शंकुल बनाने की योजना को प्रदेश में लागू किया जा रहा है.
सम्मेलन में योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया, प्रो. संमित आहूजा, प्रो. एस.के. सिंह, प्रो. पी. वोटलानेन, प्रो आनंद कृष्णन ने भी संबोधित किया.