यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर से अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है. मंगलवार को सुल्तानपुर में रैली को संबोधितत करते हुए अखिलेश केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही यूपी सरकार के कामकाज की तारीफ की. पहली बार वे कांग्रेस के साथ विधानसभा चुनावों में हुए गठबंधन पर भी खुलकर बोलते दिखे.
मोदी सरकार पर हमला
अखिलेश यादव ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये सरकार अच्छे दिनों का वादा करके सत्ता में आई थी. बीजेपी बताए कि अच्छे दिन कहां है, दिल्ली में अच्छे दिनों के नाम पर झाड़ू पकड़ा दी गई, कुछ लोगों को योग करा दिया गया, अब तो 3 साल हो गए, चौथा बजट आ रहा है लेकिन अच्छे दिनों का अबतक कोई अता-पता नहीं है. अखिलेश ने कहा कि केंद्र के बजट में भी समाजवादियों की नकल की जाएगी.
नोटबंदी को बनाया मुद्दा
चुनावी सभा में अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोगों के पास अब कोई काम नहीं है. दुनिया में कहीं भी रातों-रात नोटबंदी लागू करने के फैसला नहीं हुआ. मैंने कहा था कोई धन काला नहीं होता लेन-देन काला होता है. नोटबंदी से कई लोगों की जान चली गई, असली काला धन तो उनके उनके पास जो बड़े-बड़े शहरों में धन्नासेठ बने बैठे हैं.
कांग्रेस के साथ को भुनाने की कोशिश
गठबंधन पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अब तो आपके साथ कांग्रेस पार्टी भी है. वैसे तो 200 से ज्यादा सीटें हम जीत रहे थे अब तो कांग्रेस भी आ गई है सोचो हम 300 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं. पार्टी के उम्मीदवार गायत्री प्रजापति के लिए वोट मांगते हुए उन्होंने कहा कि इनका जीतना बहुत जरूरी है क्योंकि ये न सिर्फ लड़ रहे है बल्कि कइयों को लड़ाएंगे भी.
अपने काम की तारीफ
अखिलेश ने कहा कि सपा सरकार ने गरीबों के लिए कई सारी योजनाएं लागू की हैं. खासकर महिलाओं के लिए हमने एंबुलेंस सेवा भी शुरू की है. गांव की माताओं-बहनों को समाजवादी पेंशन देंगे का फैसला किया. युवाओं के स्मार्ट फोन दिए जाएंगे ताकी सरकार से सीधा संवाद हो सके. एक करोड़ गरीबों को 1000 की पेंशन दी जाएगी. हमने एक्सप्रेस-वे तैयार किया, पुलिस कर्मियों की भर्तियां की साथ ही पुलिस शिकायत के लिए खास इंतजाम किया गए हैं.
साथ हैं नेताजी
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा की कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है. हम जो कहते हैं वो करते भी हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि हमने नेताजी का घोषणा पत्र ही लागू किया है. 55 लाख महिलाओं को समाजवादी पेंशन से जोड़ा. मोबाइल के जरिए लोगों को सरकार से जोड़ेंगे. ताकि आम लोगों तक तकनीक का फायदा पहुंचे.