बुधवार 8 नवंबर को नोटबंदी ने अपना एक साल पूरा किया तो इसी दिन कानपुर देहात का खजांची नाथ 11 महीने 6 दिन का हो गया. नोटबंदी के धुरविरोधी अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा नोटबंदी का जश्न नहीं, मैं खजांची नाथ का बर्थडे मनाऊंगा. आपको बता दें कि यह वही खजांची नाथ है जिसकी मां ने नोटबंदी के दौरान बैंक की कतार में घंटों खड़े रहने के बाद इस बच्चे को जन्म दिया था और बैंक वालों ने इसका नाम खजांची रख दिया था. अखिलेश यादव ने इस खजांची नाथ की मां को बतौर मुख्यमंत्री दो लाख रुपए का चेक दिया था जो आज भी इसका सहारा है.
नोटबंदी की लाइन में जन्मे ‘ख़ज़ांची’ की माँ नहीं जानतीं कालाधन क्या होता है. हम नोटबंदी का जश्न नहीं पर ख़ज़ांची का जन्मदिन ज़रूर मनायेंगे. pic.twitter.com/cXH667Tzwi
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 8, 2017
एक तरफ अखिलेश यादव खजांची नाथ का जन्मदिन मनाकर अपने तरीके से नोटबंदी का विरोध दर्ज करा रहे हैं तो दूसरी ओर अपर्णा यादव जो उनके छोटे भाई की पत्नी हैं और परिवार की दूसरी बहू हैं. उन्होंने नोटबंदी के 1 साल पूरे होने पर नोटबंदी के समर्थन में ट्वीट किया है अपर्णा यादव ने #DeMoWins ट्वीट किया है.
2 दिसंबर को जिस दिन खजांची नाथ 1 साल का होगा अखिलेश यादव उसका जन्मदिन मनाएंगे. कानपुर देहात के झींझट कस्बे के आनंदपुर गांव में खजांची नाथ की मां सर्वेसा देवी 5 बच्चों के साथ आज भी झोपड़ी में रहती हैं. अब अखिलेश ने 2 दिसंबर को उसका जन्मदिन मनाने का फैसला किया है. साफ है अखिलेश यादव इसी बहाने लोगों को नोटबंदी के दोनों के तकलीफ को याद दिलाना चाहते हैं. इससे पहले अखिलेश ने नोटबंदी के एक साल पर उसकी बरसी लिखकर इसे मौत का प्रतीक करार दिया था.
नोटबंदी पर अखिलेश यादव और अपर्णा यादव का ट्वीट यादव परिवार के घमासान को उजागर करने के लिए काफी था. अपर्णा ने ट्वीट कर लिखा नोटबंदी सही या गलत है नहीं कह सकते, क्योंकि इतने कम समय में इसे गलत नहीं ठहराया जा सकता है.
we still need to find accurate results for this move.it wins or fails is too less a time to assess.. #DeMoWins
— Aparna Bisht Yadav (@aparnabisht7) November 7, 2017
साफ है कि अखिलेश और उनकी पार्टी इस मुद्दे पर अपने राय पर कायम है लेकिन परिवार में घमासान छिड़ा अभी भी छिड़ा हुआ है और वो हर मौके-बेमौके सामने आ ही जाता है.