पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर आबंटित सरकारी बंगले में अवैध निर्माण और तोड़फोड़ कराने के आरोपों से घिरे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तोड़फोड़ के जिम्मेदार लोगों पर 11 लाख रुपये का इनाम घोषित किया.
अखिलेश ने 'छोटे लोहिया' के नाम से मशहूर रहे समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र की जयन्ती पर यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा कि उनके सरकारी बंगला खाली करने के बाद रात में कुछ लोग हथौड़े और कुदाल लेकर वहां गये थे.
उन्होंने कहा, 'जिस तरह पुलिस इनाम घोषित करती है..... हम पत्रकार साथियों से कहेंगे कि उस रात कुछ चैनल के लोग भी कैमरा लेकर वहां गये थे. आप तोड़फोड़ करने वालों के नाम बता दो, हम समाजवादी लोग दो-दो हजार रुपये इकट्ठा करके 11 लाख रुपये का इनाम दे देंगे.'
मालूम हो कि अखिलेश को पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर लखनऊ में आबंटित किया गया बंगला उच्चतम न्यायालय के एक आदेश के अनुपालन में खाली कराया गया था. उसके बाद उसमें तोड़फोड़ की तस्वीरें सामने आयी थीं. इसे लेकर अखिलेश पर आरोप लगाये गये थे.
लोकनिर्माण विभाग द्वारा हाल में पेश की गयी जांच रिपोर्ट में बंगले में करीब साढ़े चार करोड़ रुपये का अवैध निर्माण कराये जाने का जिक्र किया गया है. हालांकि सपा ने इन आरोपों को गलत बताते हुए इसे अखिलेश को बदनाम करने की साजिश करार दिया है.
अखिलेश ने कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कभी-कभी आरक्षण की बात करते हैं. हमें इसकी खुशी है लेकिन आप हमारे बीच नफरत फैलाते हैं. सवाल यह है कि हमारे निषाद, बाथम, केवट इत्यादि समाज के लोगों को कुछ नहीं मिला. हम चाहते हैं कि इन पिछड़ी जातियों को आबादी के हिसाब से अधिकार दे दिया जाए.