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'मुख्यमंत्री की जाति के लोग अन्याय कर रहे हैं...' महिला SI की सुसाइड पर बिफरे अखिलेश यादव

अमेठी के मोहनगंज थाने की महिला चौकी प्रभारी रश्मि यादव (33 साल) ने शुक्रवार दोपहर कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस का कहना था कि ड्यूटी से दोपहर बाद रश्मि अपने कमरे में गई थीं.

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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को महिला एसआई के परिवार से मुलाकात की.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को महिला एसआई के परिवार से मुलाकात की.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • SI रश्मि यादव अमेठी जिले में तैनात थीं
  • कमरे में फंदे पर लटकी मिली थीं
  • लखनऊ जिले की रहने वाली थीं

उत्तर प्रदेश के अमेठी में महिला दरोगा रश्मि यादव के कथित सुसाइड मामले में राजनीति गरमा गई है. रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ जिले के गोसाईगंज इलाके में पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. यहां अखिलेश ने सीधे बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि रश्मि एक जाति विशेष की होने के कारण पुलिस थाने में दबाव में थीं. 

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सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि रश्मि ने मेहनत करके परीक्षा पास की और नौकरी हासिल की थी. रश्मि को किन कारणों से आत्महत्या करनी पड़ी, इसकी जांच होनी चाहिए. घटना दुखद है. अखिलेश ने कहा कि मुझे जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार थाने पर काफी पॉलीटिकल प्रेशर था. उन्होंने कहा कि एक विशेष जाति का होने की वजह से उस (रश्मि यादव) पर पॉलीटिकल प्रेशर था. 

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार से ये सवाल किए...

- क्या मुख्यमंत्री की जाति के लोग वहां थाने में नहीं बैठे हुए हैं? 
- जिस जिले में घटना हुई है, उस जिले में ऊपर से नीचे तक एक जाति के हैं, पुलिस कप्तान भी कौन हैं?
- क्या मुख्यमंत्री की जाति के लोग वहां तैनात नहीं हैं? 
- उस थाने में जितने लोग हैं क्या मुख्यमंत्री की जाति के नहीं हैं? 
- जो लोग दूसरे दलों पर आरोप लगाते थे, वह अब क्या कहेंगे? 
- मुख्यमंत्री के जाति के लोग अन्याय कर रहे हैं?

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कमरे में फंदे पर लटका मिला महिला एसआई का शव

बता दें कि अमेठी के मोहनगंज थाने की महिला चौकी प्रभारी रश्मि यादव (33 साल) ने शुक्रवार दोपहर कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस का कहना था कि ड्यूटी से दोपहर बाद रश्मि अपने कमरे में गई थीं. जब किसी काम से रश्मि को फोन किया गया तो कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद जब पुलिसकर्मी भेजे गए तो दरवाजा और खिड़कियां बंद थीं. कमरे का ताला तोड़कर देखा तो अंदर रश्मि का शव पंखे पर लटका मिला. 

तबादला से खुश थी तो फिर क्यों सुसाइड किया?

रश्मि के पिता मुन्ना लाल यादव का कहना था कि बेटी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या की गई है. उन्होंने कहा कि बेटी ने तीन दिन पहले फोन कर कहा था कि उसका तबादला हो जाए तो ठीक है, क्योंकि उसे थाने के ही कुछ लोगों से परेशानी हो रही है. कल (गुरुवार) जब उनकी बेटी का तबादला हो गया तो वह काफी खुश थी. शुक्रवार को उनकी बात नहीं हुई, इसलिए एक दिन में क्या हुआ, इसकी जांच की जानी चाहिए.
 

 

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