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अखिलेश पर CBI के शिकंजे से भड़के विपक्ष का ट्रिपल अटैक, रामगोपाल बोले- तो मोदी को काशी छोड़ना पड़ेगा

Akhilesh Yadav Cbi Case अखिलेश यादव के खिलाफ सीबीआई के शिकंजे से पहले ही समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल शुरू कर दिया है. सभी ने केंद्र सरकार पर सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया.

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Ramgopal Yadav, Samajwadi Party
Ramgopal Yadav, Samajwadi Party

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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ अवैध खनन मामले में कसे जा रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के शिकंजे की आंच संसद तक पहुंच गई है. राज्यसभा में सोमवार को इस मसले पर समाजवादी पार्टी ने जमकर हंगामा किया. इतना ही नहीं कांग्रेस-सपा-बसपा ने एक सुर में केंद्र सरकार के खिलाफ बयानबाजी भी की. समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी छोड़ना पड़ेगा.

सोमवार को बसपा-सपा की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में रामगोपाल यादव ने कहा, ‘’लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही भारतीय जनता पार्टी सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है, लेकिन बीजेपी को ये नहीं भूलना चाहिए कि पासा उल्टा भी पड़ सकता है.’’ उन्होंने कहा कि इन्हें (BJP) यूपी में पैर रखने की जगह नहीं मिलेगी. प्रधानमंत्री को बनारस छोड़कर किसी दूसरी जगह से चुनाव लड़ना पड़ेगा.

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समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा कि केंद्र सरकार की सीबीआई का दुरुपयोग करने की मंशा है, अगर हम सड़कों पर उतरे तो इनकी सरकार के लिए काम करना मुश्किल होगा.

बहुजन समाज पार्टी ने भी बीजेपी को कोसा

वहीं मायावती की बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि मुद्दों से भटकाने के लिए CBI का दुरुपयोग किया जा रहा है. BJP की हताशा का आलम यह है कि ये लोग भगवान के नाम पर लोगों को बांट रहे हैं.  

उन्होंने कहा कि हनुमान तक की जाति बताई जा रही है, राम का नाम लेने वाले हनुमान से भी नहीं डर रहे हैं. मिश्रा ने कहा कि आज इन लोगों ने CBI जैसी संस्था को धराशायी कर दिया है.

कांग्रेस बोली- सदन में करेंगे चर्चा

कांग्रेस की ओर से इस मुद्दे पर गुलाम नबी आजाद ने मोर्चा संभाला. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार विरोधी पार्टियों के खिलाफ एजेंसी का गलत इस्तेमाल कर रही है. अब उत्तर प्रदेश में गठबंधन ना हो सके, इसलिए पौने पांच साल के बाद अखिलेश यादव से पूछताछ हो रही है.

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं चाहे वह कोई भी राजनीतिक पार्टी हो, चाहे तृणमूल कांग्रेस हो या फिर जम्मू कश्मीर में हो, चाहे डीएमके हो तमाम जगह मोदी सरकार अपने विरोधियों को दबाने का काम कर रही है. इसकी कांग्रेस पार्टी निंदा करती है, लोकतंत्र खतरे में है. इसलिए हम चाहते हैं कि सदन में इस पर चर्चा होनी चाहिए. गौरतलब है कि इस मुद्दे पर सपा, कांग्रेस, माकपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस और अन्य दलों के सदस्यों ने राज्यसभा में नारेबाजी शुरू कर दी.  

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