लैपटॉप बांटने को लेकर उठ रहे बवाल को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ में लैपटॉप बांट कर खत्म करने की कोशिश की. अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय सहित दो कॉलेजों में छात्रों को लैपटॉप बांटे.
लखनऊ में शनिवार को अखिलेश यादव ने आईटी कॉलेज में 1061, लखनऊ विश्वविद्यालय में 2590, मुमताज पीजी कॉलेज में 826 लैपटॉप लड़के-लड़कियों को बांटे. गौरतलब है कि लखनऊ में लैपटाप बांटने की शुरुआत 12 मार्च 2013 को हुई थी. बारहवीं पास छात्रों को कुल 19 हजार लैपटॉप अकेले लखनऊ में बांटे जायेंगे.
इस मौके पर अखिलेश यादव ने विरोधियों पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके लैपटाप समाज में नयी दिशा देने के लिये बंटने जा रहे हैं. अखिलेश यादव ने कहा, ' बहुत सारे दल ऐसे भी थे जो लैपटॉप का विरोध कर रहे थे और कई अन्य दलों के साथी ऐसे भी थे जो कह रहे थे कि लैपटॉप बंटेगा ही नहीं. मेरी खुशी है आज वही लोग जो लैपटॉप न बांटने की बात कर रहे थे, वो अखबारों से लेकर हर जगह कह रहे हैं कि सरकार लैपटॉप नहीं बांट रही है. मुझे खुशी है सिर्फ लखनऊ में 19000 के लगभग लैपटॉप बंटे हैं.
उधर बीएसपी नेता मायावती ने आरोप लगाया कि लैपटॉप सिर्फ उन्हीं लोगों के बच्चों को दिये जा रहे हैं जो समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं. मायावती ने कहा, 'जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा जनता के हित में नहीं लगाया जा रहा है. साथ ही लैपटॉप खरीदने में सपा सरकार जितना पैसा खर्च कर रही है उससे ज्यादा पैसा लैपटॉप बांटने के लिए आयोजित समारोह पर खर्च हो रहा है. ताकि इसका राजनीतिक लाभ उठाया जा सके.'
गौरतलब है कि सूबे में कुल पंद्रह लाख छात्रों को लैपटॉप बांटे जाने है जिसमें अबतक चार लाख बांट दिये गये हैं. लैपटॉप बनाने वाली कंपनी लैपटॉप बंटने के पहले छात्रों को इसे चलाने की ट्रेनिंग भी देती है. लेकिन लखनऊ में बहुत से छात्र-छात्रा ऐसे भी थे जो इस ट्रेनिंग से वंचित रह गये हैं. फिर भी ऐसे छात्र लैपटॉप पाकर बेहद खुश नजर आए.
ट्रैक्टर से चार्ज हो रहे हैं अखिलेश के लैपटॉप
उधर उत्तर प्रदेश के मुखिया अखिलेश यादव ने प्रदेश के छात्र छात्राओं को लैपटॉप तो बांट दिये लेकिन उन छात्र-छात्राओं को अभी तक वे सुविधाएं उपलब्ध नहीं हुई हैं जिनसे ये लैपटॉप चल सके. उत्तर प्रदेश में बिजली की भारी किल्लत है. जिसकी वजह से गांवों में बिजली हफ्तों तक गायब रहती है. आखिर गांव के ये छात्र-छात्राएं अपना लैपटॉप कहां से चार्ज करेंगे.
कुछ छात्र -छात्राओं ने अपने लैपटॉप ट्रैक्टर से चार्ज करने का तरीका अपनाया है. वहीं कुछ छात्र गांव से कई किलोमीटर चल कर बैटरी की दुकान पर जाकर अपने लैपटॉप चार्ज कराते हैं. दूसरी ओर लैपटॉप चलाने की ट्रेनिंग नहीं पाने वाले अधिकतर छात्र इसका उपयोग अपने मनोरंजन के लिये कर रहे हैं.