
नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को यूपी के कई जिलों में हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुए थे. जुमे की नमाज के बाद हुई घटनाओं के बाद योगी सरकार एक्शन के मूड में आ गई है. लिहाजा पुलिस विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा फैलाने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई कर रही है. वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव लगातार पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया था, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी लॉक-अप में कुछ लोगों को लाठियों से पीटते हुए नजर आ रहे थे.
अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि ये कहां का इंसाफ़ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनियाभर में सख़्त प्रतिक्रिया हुई वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जांच पड़ताल बुलडोज़र से सज़ा दी जा कही है. अखिलेश यादव ने कहा कि इसकी अनुमति न हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान.
इससे पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा था कि इस तरह की हिरासत पर सवाल उठाए जाने चाहिए, अन्यथा इंसाफ अपना इकबाल खो देगा. साथ ही कहा कि हिरासत में हुई मौतों में यूपी नंबर 1 है. मानवाधिकारों के उल्लंघन में यूपी सबसे ऊपर है. दलित उत्पीड़न में यूपी सबसे आगे है. इससे पहले अखिलेश ने कहा था कि वक्त रहते ही उठाए हुए कदम, भर देते हैं गहरे-से-गहरे जख्म.
वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हिंसा की खबरों के बीच कहा कि भारत ने हमेशा दुनिया के सामने सच्चाई, अहिंसा और भाईचारे की मिसाल पेश की है. उन्होंने कहा कि नफरत और अशांति हमारा रास्ता नहीं है. राहुल ने आगे कहा कि बापू के आदर्श ही स्वतंत्र भारत की नींव हैं. हमारे देश ने सदा विश्व के सामने सत्य, अहिंसा और भाईचारे की मिसाल कायम की है. नफरत और अशांति हमारी राह नहीं है. भारत को जोड़ना, आपसी सद्भावना रखना सभी देशवासियों की जिम्मेदारी है.