पूर्व केंद्रीय मंत्री और यूपी के वरिष्ठ नेता सलीम शेरवानी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सलीम शेरवानी मंगलवार सपा में शामिल हुए. सलीम शेरवानी के अलावा पूर्व बीएसपी सांसद त्रिभुवन दत्त और सिंकदार से बीजेपी विधायक अजीत पाल के भाई कैप्टन इंद्रपाल ने भी सपा का हाथ थामा.
अजीत पाल 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ थे. शिवपाल यादव ने उन्हें कानपुर देहात की अकबरपुर सीट से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया था.
वहीं, सलीम शेरवानी की बात की जाए तो उनका यूपी की राजनीति में लंबा अनुभव रहा है. वो सांसद से लेकर केंद्र में मंत्री तक रहे हैं. 2019 का लोकसभा चुनाव सलीम शेरवानी ने बदायूं सीट से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था. सलीम शेरवानी ने यहां सपा के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के समीकरण भी बिगाड़ दिए थे. धर्मेंद्र यादव को अपनी सीट गंवानी पड़ी थी.
अखिलेश यादव ने क्या कहा
इस मौके पर अखिलेश यादव ने सलीम शेरवानी समेत अन्य नेताओं का पार्टी में स्वागत किया. साथ ही उन्होंने कोरोना को लेकर योगी सरकार को घेरा. अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ने कोरोना के टेस्ट कम करके रोकथाम की है.
अखिलेश ने कहा कि मंत्रियों, अधिकारियों, पत्रकारों और ना जाने कितने लोगों की जान चली गई. अब सरकार ये कह रही है कि इस बीमारी के साथ रहना होगा. अगर हमें बीमारी के साथ ही रहना है तो अस्पताल क्यों नहीं अच्छे कर रहे हैं.
इसके अलावा किसानों के मुद्दे पर भी अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा. एक सरकार जिसने दो बार भूमिपूजन किया और चार लाख करोड़ के निवेश की बात कही, वो जमीन पर कितना दिखाई दे रहा है. अखिलेश ने कहा कि ये झूठी सरकार है और इस सरकार को हटाने के लिए लोग हमारे साथ लगातार जुड़ रहे हैं.