scorecardresearch
 

सत्ता जाने के बाद से ड्रिप्रेशन में है राहुल-अखिलेश की जोड़ी: केशव प्रसाद मौर्य

उप मुख्यमंत्री ने चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछली सपा सरकार ने सिर्फ लूट और आतंक कायम किया. अब उसे लगता है कि मौजूदा समय मे केन्द्र और प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और अगर नगर निगम के चुनावों में भी बीजेपी जीतती है तो हर तरफ विकास ही विकास होगा.

Advertisement
X
केशव प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो)
केशव प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो)

Advertisement

गुजरात चुनाव के चलते कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बीजेपी के निशाने पर हैं ऐसे में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता केशव प्रसाद मौर्य ने यूपी में कांग्रेस गठबंधन के साथी रहे अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. मौर्य ने कहा कि सत्ता खोने के बाद यह पूर्व मुख्यमंत्री भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तरह डिप्रेशन में आ गए हैं.

निकाय चुनाव में बीजेपी के प्रचार के लिए बदायूं पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्षी दलों पर निशाना साधा. मौर्य ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नोटबंदी के बाद बैंक की लाइन में खड़ी महिला को वहीं पर पैदा हुए बच्चे ‘खजांची’ का जन्मदिन मनाने की बात कही है. दरअसल अखिलेश ‘डिप्रेशन‘ में हैं.

उप मुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि ‘मैं इतना ही कहूंगा कि सत्ता को खोने के बाद भी उन्हें (अखिलेश) समझ में नहीं आ रहा है कि वह अब सत्ता से बाहर हैं. अगर राहुल गांधी ऐसे बयान देते तो समझ में आता लेकिन अब अखिलेश भी देने लगे है. मुझे लग रहा है कि दोनों की ये जोड़ी ही डिप्रेशन में है.’ अखिलेश के बीजेपी द्वारा चुनाव के वक्त जनता को भ्रमित करने वाले बयान पर, मौर्य ने कहा कि सपा अध्यक्ष को अपना कोई रोडमैप प्रस्तुत करना चाहिए, अगर सपा सरकार ने कुछ किया होता तो आज वह सत्ता से बाहर नहीं होते.

Advertisement

इसके पहले, उप मुख्यमंत्री ने चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछली सपा सरकार ने सिर्फ लूट और आतंक कायम किया. अब उसे लगता है कि मौजूदा समय मे केन्द्र और प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और अगर नगर निगम के चुनावों में भी बीजेपी जीतती है तो हर तरफ विकास ही विकास होगा. इसलिये ये सब डरे और बौखलाए हुए हैं.

मौर्य ने जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि जिस साइकिल (सपा का चुनाव निशान) ने पांच वर्षों तक कुचलने का काम किया, ऐसी साइकिल को पंक्चर नहीं बल्कि टुकड़े-टुकड़े करके फेंक देना है.

Advertisement
Advertisement