अपने सरकारी बंगले को खाली करने से पहले उसे तहस-नहस करने का आरोप झेल रहे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज जब सफाई देने मीडिया के सामने आए तो उन्होंने जमकर अपनी भड़ास निकाली. अखिलेश के निशाने पर हर कोई था सीएम योगी आदित्यनाथ, गवर्नर राम नाईक, वरिष्ठ अफसर और मीडिया भी. अखिलेश ने इस पूरे विवाद को अपने खिलाफ साजिश बताया और यहां तक कहा कि उन्हें शक है कि कोई उन्हें नुकसान भी पहुंचा सकता है.
अखिलेश ने बंगला विवाद पर कहा कि मैं कहीं तो रहूंगा. अगर गेस्ट हाउस में रहूंगा तो सुना है कि ऐसी गोली आ गई है जिसमें न रंग है और न स्वाद है. अगर किसी ने मेरे खाने में मिला दी तो मैं क्या करूंगा.
अखिलेश के इस बयान पर जब मीडिया कर्मी मुस्कुराने लगे तो उन्होंने कहा कि ये मजाक की बात नहीं है. ये राज्यपाल संविधान की आत्मा से नहीं चल रहे हैं, बल्कि आरएसएस की आत्मा से चल रहे हैं. एक तरह से अखिलेश ने इशारों-इशारों में सरकार से उनकी जान पर खतरे की बात कह दी.
वाद पर अखिलेश की सफाई- बंगले में मैंने सामान लगवाया था, उखाड़ लाया
'जहां बीजेपी वाले सोए, वहां क्यों सोऊं'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि हम गेस्ट हाउस में गया तो वहां पर पता नहीं कौन-कौन सोया होगा. उन्होंने कहा कि हम कैसे किसी गद्दे पर सो जाएं, हम उस गद्दे पर कैसे सो सकते हैं जहां पर बीजेपी का आदमी सोया हो.
उन्होंने कहा कि कल को मैं अपना गद्दा ले जाऊंगा तो ये बोलेंगे देखो गद्दा भी ले गए. अखिलेश ने कहा कि मुझे गेस्ट हाउस में भगवा रंग पसंद नहीं आ रहा था, इसलिए हमने उसे छुपा दिया. मुझे सफेद रंग पसंद है.
...जब गुस्से में लाल-पीले अखिलेश बोले- मुझे मेरा मंदिर लौटा दो
अखिलेश ने कहा कि मेरे घर में मंदिर देखकर लोगों को जलन हो रही है. कुछ लोग जलन में अंधे हो गए हैं. अपने घर में हमने मंदिर बनवाया था, अब चाहे हमें वो मंदिर भी वापस लौटा दीजिए.