पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गोरखपुर में हाल की घटनाओं को लेकर सीएम योगी पर बिना नाम लिए निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि गोरखपुर में हत्या, बलात्कार और अपहरण का यही हाल रहा तो शीघ्र ही 'गोरखपुर' का नाम बदलकर ''गुनाहपुर'' करना होगा. जिनसे अपना शहर नहीं संभल रहा वो प्रदेश क्या संभालेंगे?
अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'बीजेपी सरकार में अगर गोरखपुर में हत्या, बलात्कार व अपहरण का यही हाल रहा तो शीघ्र ही मान्यवर को गोरखपुर का नाम बदलकर ‘गुनाहपुर’ करना पड़ेगा. जिनसे अपना शहर नहीं संभल रहा, वो प्रदेश क्या संभालेंगे. कोई उन्हें ज्ञान दे कि अपराध के रहते विकास नहीं हो सकता.'
भाजपा सरकार में अगर गोरखपुर में हत्या, बलात्कार व अपहरण का यही हाल रहा तो शीघ्र ही मान्यवर को गोरखपुर का नाम बदलकर ‘गुनाहपुर’ करना पड़ेगा. जिनसे अपना शहर नहीं संभल रहा, वो प्रदेश क्या संभालेंगे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 23, 2020
कोई उन्हें ज्ञान दे कि अपराध के रहते विकास नहीं हो सकता. #नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/C7WuteUUqj
जाहिर है हाल के दिनों में यूपी में रेप और हत्या के कई मामले देखने को मिले हैं. पिछले हफ्ते पहले लखीमपुर खीरी में नाबालिग लड़की से रेप, उसके बाद गोरखपुर के बड़हलगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बेलसडी में 17 वर्षीय दलित लड़की से रेप का मामला सामने आया था. गोरखपुर रेप केस में आरोपियों ने नाबालिग के शरीर को सिगरेट से कई जगह जलाया था.
लखीमपुर केस: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि, 13 साल की लड़की का मिला था शव
इससे पहले लखीमपुर खीरी में दरिंदों ने एक 13 साल की नाबालिग दलित लड़की के साथ वहशीपन की हदें पार कर दी थीं. शौच के लिए घर से बाहर गई नाबालिग के साथ पहले अपराधियों ने गैंगरेप किया और फिर उसकी हत्या कर दी थी.
वहीं गुरुवार को उत्तर प्रदेश के भदोही में नदी से 17 साल की एक नाबालिग लड़की की अधजली लाश बरामद की गई. लड़की के परिजनों का आरोप है कि बच्ची के साथ रेप किया गया, उसके बाद तेजाब डालकर उसकी हत्या कर दी गई है.
पुलिस के मुताबिक भदोही कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली 17 वर्षीय नाबालिग लड़की बीते 17 अगस्त को खेत में जानवर चराने गई थी. इसी दौरान वह लापता हो गई. घरवालों ने बच्ची को काफी तलाशा, लेकिन वो नहीं मिली, इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत की. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 के तहत अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया था और लड़की की तलाश की.
सरकार ने जारी किए बीते 7 महीने के आंकड़े, कहा- यूपी में जुर्म हुए कम
हालांकि राज्य में बढ़ते अपराधों के बीच यूपी सरकार की तरफ से शुक्रवार को राज्य में अपराधों के सरकारी आंकड़े जारी किए हैं. आंकड़े बीते 7 महीनों के हैं. सरकारी क्राइम डाटा के मुताबिक राज्य में डकैती, लूट, हत्या और बलात्कार के मामलों में काफी कमी आई है.