यूपी विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान सीएम योगी के नमूने वाले बयान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनकी निंदा की है. इसके साथ ही उन्होंने राज्यसभा सांसद संजय सिंह का समर्थन करते हुए कहा है कि एक सांसद के लिए इस तरह का बयान संसद की अवमानना है. इसलिए संसद इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए तत्काल निर्णायक कार्रवाई करे.
अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'यूपी के मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा के पटल पर राज्यसभा के एक सांसद के प्रति अपमानजनक शब्द का प्रयोग करना सांसद और संसद की घोर अवमानना है. संसद स्वत: संज्ञान लेते हुए तत्काल निर्णायक कार्रवाई करे. संसद की गरिमा गिरानेवाले भला संविधान का मान क्या करेंगे.'
वहीं आप सांसद संजय सिंह ने अखिलेश यादव का धन्यवाद करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ''जो मुख्यमंत्री महोदय अपनी जनता से भेदभाव करते हैं, FIR और डंडे के दम पर सरकार चलाना चाहते हैं, उनसे संसदीय परंपराओं और संसदीय मर्यादाओं के प्रति सम्मान की उम्मीद रखना निरर्थक है. समर्थन के लिए आपका बहुत आभार.''
संजय सिंह ने आगे लिखा, 'अगर यूपी में ब्राह्मणों, दलितों, पिछड़ों,वंचितों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाना नमूनापन है तो आप मुझे नमूना कह सकते हैं लेकिन मुद्दों से भटकाने के बजाय मेरे सवालो का जवाब दीजिए योगी जी.'
CM योगी ने AAP नेता संजय सिंह को कहा नमूना, कांग्रेस-सपा पर भी हमला
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने मानसून सत्र के दौरान आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह को नमूना बताया और कहा कि ये दिल्ली की सत्ता में बैठे घिनौने चेहरे हैं, जो कि यूपी की बात करते हैं, लेकिन दिल्ली में क्या हालत कर दी, उस पर बात नहीं करते. यूपी में प्रति लाख 12 मौतें हुई हैं, जबकि दिल्ली में आंकड़ा 124 है. यूपी में हालात पूरे देश से सबसे बेहतर है.
वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कि रोम की बात करने वाले भी अब राम-राम चिल्लाने लगे हैं. वो लोग अब जान गए हैं कि यूपी में अब राम नाम से ही वैतरणी पार होनी है. कुछ लोगों की कुंठा उनकी बातों में निकल रही है.