प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार, 5 जनवरी को एक बार फिर साइकिल की सवारी करने वाले हैं. सरकार बनने के बाद यह पहला मौका होगा, जब वे खुद एक जनसंपर्क अभियान की अगुआई करेंगे. यह अभियान वह अपने पिता और पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी सुनिश्चित करने के लिए चलाएंगे.
जानकारी के अनुसार, शिकोहाबाद में शुरू होने जा रहे इस साइकिल मैराथन में हिस्सा लेकर अखिलेश अपने गांव सैफई स्टेडियम पहुंचेंगे, जहां इन दिनों सैफई महोत्सव चल रहा है. इससे पहले अखिलेश ने सपा के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर ऐसे ही जनसंपर्क अभियान के जरिए तत्कालीन बीएसपी सरकार के खिलाफ माहौल बनाया था.
गौरतलब है कि 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा को कुल 29 फीसदी वोट मिले थे और पार्टी के 224 उम्मीदवार चुनाव जीते थे. बीएसपी को इस चुनाव में महज 80 सीटें मिली और उसका वोट प्रतिशत लगभग 26 फीसदी पर ही सिमट गया था. चुनाव में बीएसपी के अलावा दो और राष्ट्रीय दल बीजेपी और कांग्रेस को 15 और 13 फीसदी वोट हासिल हुए थे. ये आंकड़े बताते हैं कि यूपी की सियासत में सक्रिय प्रमुख दलों का जनाधार क्या है और सत्ताधारी दल सपा की चुनौतियां कितनी बड़ी है?