यूपी विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. वादा खिलाफी का भी आरोप लगाया और अपने कुछ पुराने बयानों पर सफाई भी पेश की. चुनाव के दौरान अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीन को बीजेपी वैक्सीन बता दिया था. अब सीएम योगी ने जब सत्र के दौरान उन पर तंज कसा तो अखिलेश ने भी इस पर सफाई पेश की.
अखिलेश के संबोधन की बड़ी बातें
अखिलेश ने कहा कि कोरोना वैक्सीन पर क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी हुई थी, इसलिए उसे बीजेपी की वैक्सीन बताया था. वहीं कोरोना काल में यूपी सरकार की उदासीनता पर तंज कसते हुए अखिलेश ने बताया कि एक गर्मभवती मां जो नेपाल से चली थी, वो भारत भी नहीं पहुंच पाई थी. उस समय जब उसका बच्चा पैदा हुआ तो उसका नाम लॉकडाउन रखा गया. समाजवादी पार्टी की तरफ से उस मां की समय रहते मदद की गई थी.
इस सब के अलावा सपा प्रमुख ने योगी सरकार पर वादा खिलाफी का भी आरोप लगाया. उनकी नजरों में इस सरकार ने सिर्फ दावे किए हैं, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं हुआ. गन्ना भुगतान का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि चीनी मिलों का बकाया बाकी है फिर भी दावा किया जा रहा है को भुगतान किया गया. इससे पहले भी सदन में संबोधन के दौरान अखिलेश ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि सरकार को इस पर काम करना चाहिए.
शिवपाल पर क्या बोले अखिलेश?
संबोधन के दौरान अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल यादव पर भी बात की. ऐसी चर्चा है कि अभी तक शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच की दूरियां कम नहीं हो पाई हैं. विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद दोनों के बीच नाराजगी और ज्यादा बढ़ चुकी है. अब उन तमाम अटकलों के बीच अखिलेश ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि अभी तक वो मेरे चाचा थे लेकिन अब वो नेता सदन के भी चाचा हो गए हैं.
आजतक से बात करते हुए भी अखिलेश यादव ने इन्हीं मुद्दों को लेकर योगी सरकार को निशाने पर लिया. उनकी नजरों में ये सरकार सदन में किसी मुद्दे पर बहस नहीं करना चाहती है. केशव प्रसाद मौर्य वाले विवाद पर भी उन्होंने दो टूक जवाब देते हुए कह दिया कि सरकार हमें पैसा देती है खर्च करने के लिए, क्या आप यह कह सकते हो कि जमीन बेच कर हमे पैसा मिला, डिप्टी सीएम इस तरीके की भाषा का इस्तेमाल क्या कर सकते हैं.
सीएम योगी का राष्ट्रविरोधी वाला बयान
वहीं सीएम योगी के राष्ट्रवादी विरोधी वाले बयान पर अखिलेश ने कि क्या सीएम योगी मिलिट्री स्कूल में पढ़े हैं? उन्होंने वहां पढ़ाई की है. अब जानकारी के लिए बता दें कि सदन में बिना किसी का नाम लिए योगी आदित्यनाथ कह गए थे कि ये राष्ट्रविरोधी चूहे की तरह होते हैं. सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रवादी बनना ज्यादा बेहतर है, इसका विरोध करने वाले वो उस चूहे की तरह जो घर में रहकर अन्न खाते हुए हैं और सामान भी काटते हैं.
चीनी मिलों के भुगतान पर आरोप-प्रत्यारोप
अखिलेश के चीनी मिलों को भुगतान ना मिलने वाले आरोप भी योगी ने जवाब दिया. पिछली सरकारों का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में चीनी मिल बंद होती थीं, बेंच दी जाती थीं, चौधरी चरण सिंह की जन्मभूमि रमाला में हमने चीनी मिल स्थापित की. मुंडेरवा,पिपराइच में नई चीनी मिलें स्थापित की गई,कोरोना काल मे 119 चीनी मिल चलाई,अबतक एक करोड़ 73 लाख हजार से ज्यादा का गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया.