अखिलेश यादव ने परिवर्तन और विकास के मुद्दे पर चुनाव जीता, सरकार भी बनाई, लेकिन इन्हीं मुददों पर अब सपा सरकार की किरकिरी हो रही है. ऐसे में प्रदेश सरकार ने अब छवि सुधारने के लिए स्कूलों को सहारा लिया है. एक सरकारी फरमान के तहत अब स्कूलों में सुबह की प्रार्थना सभा के वक्त यूपी सरकार का बखान किया जाएगा.
मिली जानकारी के अनुसार, सरकार चाहती है कि स्कूलों में प्रार्थना सभा के समय बच्चों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाए. जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी ने इस बाबत यूपी बोर्ड से जुड़े सभी स्कूलों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं. त्रिपाठी ने बताया कि स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान शिक्षक बच्चों को 'कन्या विद्या धन', 'पढ़ें बेटियां बढ़े बेटियां' और 'हमारी बेटी उसका कल' जैसी सरकारी योजनाओं की जानकारी देंगे ताकि बच्चों में इनके प्रति जागरूकता आ सके.
'स्कूल सरकार का लाउडस्पीकर नहीं'
वहीं, सरकार की इस योजना के विरोध में यूपी के शिक्षक संगठन खड़े हो गए हैं. उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. जेपी मिश्र कहते हैं, 'स्कूल सरकार का लाउडस्पीकर नहीं है जो उनका गुणगान करेंगे. शिक्षकों का दायित्व है कि वे विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए उपयोगी सभी जानकारियां दें.' उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मंत्री डॉ. आरपी मिश्र कहते हैं कि स्कूल शिक्षा का मंदिर हैं न कि कोई राजनीतिक अखाड़ा.