सोमवार 11 मार्च 2013 को अखिलेश यादव ने लखनऊ के दस हजार विद्यार्थियों को मुफ्त लैपटॉप बांटकर इस महत्वाकांक्षी योजना का श्रीगणेश किया था. योजना को शुरू हुए एक हफ्ता ही बीता है कि 50 से अधिक लैपटॉप बाजार में बिकने के लिए लाए जा चुके हैं.
लखनऊ के हजरतगंज स्थित उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी कंप्यूटर मार्केट नाजा मार्केट के एक कंप्यूटर विक्रेता बताते हैं कि उनकी दुकान पर बीते एक हफ्ते के दौरान दो दर्जन से ज्यादा छात्रों ने सरकार द्वारा बांटे गए मुफ्त लैपटॉप को लाकर इसकी कीमत लगवाई है.
ऐसा ही वाकया नाजा मार्केट के कुछ अन्य दुकानदारों के साथ भी हुआ है. एक दूसरे कंप्यूटर विक्रेता बताते हैं कि छात्र इन लैपटॉप को बेचने के एवज में 15-20,000 रुपये की मांग कर रहे हैं.
इनमें से ज्यादातर छात्र ग्रामीण इलाकों के हैं. कंप्यूटर विक्रेता इस बात से इनकार कर रहे हैं कि उन्होंने इस तरह का लैपटॉप खरीदा है. हालांकि वे इस आशंका को दरकिनार नहीं करते कि ये मुफ्त में बांटे गए लैपटॉप को अन्य बाजारों में नहीं बेचा गया होगा.
इस बारे में माध्यमिक शिक्षा के सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा कहते हैं, ‘मुफ्त बांटे गए हर लैपटॉप पर एक खास कोड अंकित है, इस कोड के माध्यम से यह पता लगाया जा सकता है कि अमुक लैपटॉप इस छात्र का है.
इसके अलावा लैपटॉप में लोड साफ्टवेयर में जरा सी भी छेड़छाड़ करने पर वह काम करना बंद कर देगा.’ शर्मा बताते हैं कि विभागीय अधिकारियों और पुलिस को इस बारे में सतर्क कर दिया गया है.