उत्तर प्रदेश के नोएडा में सुपरटेक बिल्डिंग के ट्विन टावर को गिराने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. ट्विन टावर को गिराने के लिए मुंबई की एक कंपनी को ठेका दिया गया है. कंपनी ने साइट पर काम करना शुरू कर दिया है. कंपनी ने कई मशीनें साइट पर पहुंचा दी हैं और कई लेबर्स ने भी काम करना शुरु कर दिया है.
नोएडा अथॉरिटी ने बकायदा यहां पर बोर्ड लगा दिया है जिसमें साफ लिखा है कि किस कंपनी को टावर को गिराने का ठेका दिया गया है. मुंबई की इस कंपनी को 22 मई तक दोनों ट्विन टावर को विस्फोट के जरिए ध्वस्त करना है. इसके लिए कंपनी को सभी एनओसी लगभग मिल चुके हैं. इन दोनों 40 मंजिला टावर को विस्फोट के जरिए गिराया जाएगा. इसके लिए पुलिस से भी एनओसी ले ली गई है. इस पूरी कार्रवाई में लगभग 13 करोड़ से ज्यादा का खर्च आएगा.
22 मई को होगा डेमोलिशन
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद ये तय हो गया था कि नोएडा में सुपरटेक एमराल्ड की बनाई गई अवैध बहुमंजिला इमारत गिराई जाएगी. साइट पर काम शुरू होने से पहले नोएडा अथॉरिटी में सभी स्टेकहोल्डर की बैठक के बाद दोनों टावर को जमींदोज करने की तारीख 22 मई तय की गई थी.
दिल्ली-एनसीआर में पहली बार विस्फोट से होगा डेमोलिशन
सुपरटेक इमारत को एडिफिस नाम की कंपनी गिराएगी. इस कंपनी ने पहले भी बहुमंजिला इमारत को ढहाया है. दिल्ली-एनसीआर में यह पहली बार होगा जब किसी गैर कानूनी निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत को अदालत के आदेश पर विस्फोट के जरिए गिराया जाएगा. 22 मई को विस्फोट के जरिए इस इमारत को गिराया जाएगा, लेकिन अगर किसी स्थिति में कोई बाधा आती है तो ऐसे में जमींदोज की पूरी प्रक्रिया 22 मई के बाद 1 सप्ताह के भीतर ही पूरी कर ली जाएगी.
100 करोड़ का बीमा होगा
इस ऊंची इमारत को विस्फोट तकनीक के जरिए गिराया जाएगा. ऐसे में पास में एमराल्ड की ही दूसरी सोसायटी में रहने वाले लोगों की सुरक्षा का बड़ा मसला था. हालांकि, रहवासियों के साथ पिछली मीटिंग में डिमोलिशन कंपनी ने प्रेजेंटेशन देकर यह आश्वासन दिया था कि पास में रहने वाले लोगों को नुकसान नहीं होगा. फिर भी अथॉरिटी ने कहा है कि वो इस रेसिडेंशियल टावर का 100 करोड़ का बीमा करवाएंगी.