उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ताजा मामला इलाहाबाद का है, जहां छठी कक्षा में पढ़ने वाली एक बच्ची के साथ रेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है. दरिंदों ने छात्रा का स्कूल से अपहरण किया और फिर तीन दिन तक उसके साथ रेप किया.
पीड़ित लड़की के परिवारवालों का आरोप है कि दरिंदों के चंगुल से छूटने के बाद जब वे लोग केस दर्ज कराने थाने तो गए तो पुलिस ने शिकायत दर्ज करने के बजाय उन पर समझौते का दबाव बनाया. यही नहीं पुलिसकर्मियों ने पीड़ित के परिवारजनों के साथ गाली-गलौच भी की. परिजनों के नहीं मानने पर पुलिस ने दो दिन बाद तीन आरोपियों के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
बेटी के साथ हुई दरिंदगी के बाद परिवार जनों को इलाहाबाद के बारा पुलिस स्टेशन में खाकी वर्दीवालों वालों के सामने इंसाफ के लिए गिड़गिड़ाना पड़ा, तब जाकर उनकी शिकायत दर्ज हुई. परिवार का आरोप है कि छठी कक्षा में पढ़ने वाली उनकी तेरह साल की बेटी को 15 जुलाई को उस वक्त अगवा कर लिया गया था, जब वह छुट्टी होने के बाद स्कूल गेट से बाहर निकल रही थी. आरोप है कि इलाके के ही तीन दबंग अगवा करने के बाद उसे चित्रकूट जिले के बॉर्डर के पास एक मकान में ले गए और वहां बंधक बनाकर तीन दिनों तक उसके साथ गैंग रेप किया. जब तीन दिन तक गैंगरेप की शिकार छात्रा की हालत बिगड़ने लगी तो दबंगों ने उसे आजाद कर दिया.
दो दिन तक पुलिस थाने के चक्कर लगाने और गाली-गलौच सुनने के बाद शनिवार को पीड़ित परिवार के पक्ष में इलाके के तमाम लोग थाने पर जमा होने लगे तो पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली. पुलिस अब पीड़ित लड़की का मेडिकल टेस्ट कराने के बाद उसका मजिस्ट्रेटी बयान कराने की भी तैयारी में है. अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जांच के बाद गलत पाए जाने पर थाने के पुलिसवालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
लखनऊ के स्कूल में 25 साल की युवती के साथ दरिंदगी कर उसे बेरहमी से कत्ल किए जाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि इलाहाबाद में तेरह साल की लड़की को स्कूल से अगवा कर गैंगरेप किए जाने के मामले ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.