इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ोतरी के बाद पिछले करीब 20 दिनों से बवाल मचा हुआ है. छात्र सड़कों पर अनशन कर रहे हैं. सोमवार को बवाल और ज्यादा बढ़ गया, जब एक छात्र ने खुद पर पेट्रोल छिड़कर आत्मदाह करने की कोशिश की. अचानक हुए इस घटनाक्रम से अफरा-तफरी का माहौल हो गया. पुलिस ने किसी तरह छात्र को रोका.
यूनिवर्सिटी में 31 अगस्त को फीस में 400 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई थी. इसके बाद से ही कई स्टूडेंट्स ने छात्र संघ भवन के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया, जो अब तक जारी है. आज 12 बजे छात्रों ने बड़े प्रदर्शन का आयोजन किया है. इस प्रदर्शन को 'आर या पार मंगलवार' नाम दिया गया है.
आत्महत्या की कोशिश करने वाले छात्र आदर्श भदौरिया ने पुलिस पर परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. छात्र के मुताबिक जब से वह फीस बढ़ोतरी के विरोध में चल रहे आंदोलन में सक्रिय हुआ है, पुलिस लगातार उसके गांव जा रही है और परिवार वालों को धमकी दी जा रही है. परिवार वालों पर दबाव बनाया जा रहा है कि उसे आंदोलन से वापस बुला लिया जाए, नहीं तो पूरे परिवार को जेल भेज दिया जाएगा.
आत्मदाह की कोशिश के दौरान मौके पर मौजूद चौकी इंचार्ज विनय कुमार सिंह और दूसरे पुलिसकर्मियों ने छात्र को पकड़ लिया और उसे आग की चपेट में आने से बचा लिया.
सोमवार को आत्मदाह के प्रयास के दौरान पुलिस के साथ हुई झड़प के दौरान धक्का-मुक्की में कई छात्र बेहोश हो गए. इन छात्रों को एंबुलेंस से इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. हंगामे के बाद पुलिस कई छात्रों को पकड़ कर अपने साथ ले जाना चाहती थी, लेकिन बड़ी संख्या में मौजूद छात्रों ने धक्का-मुक्की कर अपने साथियों को छुड़ा लिया.
शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाज पार्टी का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को छात्रों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए यूनिवर्सिटी पहुंचा था. आत्मदाह का प्रयास प्रसपा नेता के छात्रों के बीच मौजूद रहने के दौरान ही किया गया.हालांकि, अब देखने वाली बात यह होगी कि छात्रों को आज के संभावित उग्र प्रदर्शन से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन किस तरह की रणनीति बनाता है.
विश्वविद्यालय की पीआरओ जया कपूर के मुताबिक कई सालों बाद फीस की वृद्धि की गई है. इसकी जरूरत भी थी. यह फीस वृद्धि नए एडमिशन लेने वाले छात्रों के ऊपर लागू होगी. उन्होंने कहा कि यह बहुत सोच समझकर किया गया है. छात्र जो आंदोलन कर रहे हैं, इससे पढ़ाई बाधित हो रही है. कुछ छात्रों ने विश्वविद्यालय गेट का ताला तोड़ा था और उन पर प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की गई है.
15 छात्रों के खिलाफ हो चुकी है FIR
फीस बढ़ोतरी का विरोध कर रहे 15 छात्रों के खिलाफ इससे पहले FIR दर्ज की जा चुकी है. वहीं, 100 अज्ञात के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया था. शिकायत प्रॉक्टर (कुलानुशाशक) प्रो. हर्ष कुमार ने दर्ज कराई थी. एफआईआर कर्नलगंज थाने में कराई गई थी.