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भारत माता का मुकुट उतारकर नमाज पढ़ने का आरोप, लखनऊ पुलिस ने बताया सच

यूपी की राजधानी लखनऊ के एक स्कूल का वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लेकर आरोप लगाया जा रहा है कि भारत माता का मुकुट उतारकर नमाज पढ़वाई गई. वहीं जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि किसी ने वीडियो को एडिट कर शेयर किया है.

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वायरल वीडियो की तस्वीर, जिसको लेकर फैलाया जा रहा भ्रम. (Photo: Video Grab)
वायरल वीडियो की तस्वीर, जिसको लेकर फैलाया जा रहा भ्रम. (Photo: Video Grab)

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बाजार खाला क्षेत्र में स्थित शिशु भारतीय विद्यालय का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि एक कार्यक्रम के दौरान भारत माता का किरदार निभा रही बच्ची के सिर से मुकुट उतार कर घुटने पर बैठाकर उससे नमाज अदा कराई जाती है. इस वीडियो को लेकर सवाल उठे तो लखनऊ पुलिस ने जांच में सच्चाई बताई है.

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बाजार खाला के एसएचओ विनोद कुमार यादव ने कहा कि बाजार खाला थाना क्षेत्र के मालवीय नगर स्थित शिशु भारतीय विद्यालय में 'भारत के चार सपूत' नाम से नाटक का आयोजन किया गया था. इसमें बच्चों द्वारा झगड़ा फसाद न करने और सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने का संदेश दिया गया. इसके अधूरे वीडियो को ट्वीट करके भ्रम फैलाने का काम किया गया. इस वीडियो के एक हिस्से को कट कर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया. यह बिल्कुल गलत है. नाटक मंचन का उद्देश्य आम लोगों के बीच प्रेम और सद्भाव बढ़ाना था.

एक्शन में पुलिस
बता दें कि वायरल वीडियो में 15 अगस्त पर बच्चों ने एक कार्यक्रम किया, जिसमें एक बच्ची भारत माता के किरदार में दिखाई पड़ रही है. अपने सिर पर मुकुट लगाकर रखा है. स्कूल के बच्चे टोपी लगाकर मुस्लिम समाज का किरदार निभाते हुए स्टेज पर आते हैं और भारत माता के सिर पर लगे मुकुट को उतार देते हैं और उनके सिर पर सफेद रंग का कपड़ा बांध दिया जाता है. इसके बाद भारत माता का किरदार निभा रही बच्ची को घुटने पर बैठाकर नमाज अदा कराई जाती है. 

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इसका वीडियो एक शख्स ने ट्विटर पर शेयर कर दिया, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर सुनील शर्मा ने बताया कि जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर विवादित मामले के तौर पर वायरल हुआ तो उसकी जांच की गई. जांच में पता चला कि बच्चों ने 15 अगस्त पर नाटक का मंचन किया था, जहां पर सभी धर्मों के बारे में बात की गई, लेकिन किसी व्यक्ति ने वीडियो को एडिट कर शेयर कर दिया. पुलिस द्वारा मामले का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की जा रही है.

आईटी एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
एसएचओ विनोद कुमार यादव ने बताया कि मामले में आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया जाएगा और साइबर सेल की मदद से वीडियो वायरल करने वाले के खिलाफ जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि अभी तक स्कूल की तरफ से कोई तहरीर नहीं मिली है, फिर दी पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक, नाटक भारत के चार सपूत पर आधारित था. इसमें अलग-अलग मजहब के लोगों का किरदार निभाना था.

डीसीपी वेस्ट एस चिनप्पा ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो प्राप्त हुआ है. इस वीडियो की जांच की गई तो पाया गया कि वायरल वीडियो शिशु भारती विद्यालय मालवीय नगर बाजार खाला थाना क्षेत्र का है. स्कूल के प्रबंधन से बात की गई और पूरा वीडियो देखा गया तब पता चला कि बच्चों द्वारा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नाटक का मंचन किया गया, जिसमें देखा गया कि बच्चों द्वारा झगड़ा फसाद न करने और सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने का संदेश दिया गया. इसके अधूरे वीडियो को ट्वीट करके भ्रम फैलाने का काम किया गया है.

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