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अलविदा जुमा आज, UP में सड़कों पर नहीं अदा की जाएगी नमाज, रामपुर में टूटी खास परंपरा

उत्तर प्रदेश में 31 हजार से अधिक स्थानों पर आज ईद से पहले अलविदा की नमाज अदा की जाएगी. इस बीच इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने एक एडवाइजरी जारी की है, इसमें नमाजियों से मस्जिद के अन्दर ही नमाज़ अदा करने की अपील की गई है ताकि नमाज़ियों की वजह से ट्रैफ़िक जाम न हो.

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रामपुर में अलविदा की नमाज की तैयारी
रामपुर में अलविदा की नमाज की तैयारी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पूरे UP में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
  • पहली बार सड़क पर नहीं होगी नमाज

पूरे देश में आज ईद से पहले अलविदा की नमाज अदा की जाएगी. उत्तर प्रदेश में अलविदा की होने वाली नमाज को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इस बार सड़कों पर नमाज अदा नहीं की जाएगी. एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि मस्जिद के अंदर ही नमाज अदा की जाएगी, सभी धर्म गुरुओं से बात हो गई है.

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उत्तर प्रदेश में अलविदा की नमाज के लिए पुलिस ने सभी धर्मगुरुओं से बातचीत की है, जिसके बाद आज अलविदा की नमाज पढ़ी जाएगी. उत्तर प्रदेश में अलविदा की नमाज के लिए 31151 स्थानों को पुलिस ने चिन्हित किया है. यहां 46 कंपनी पीएसी के साथ 7 सीएपीएफ लगाए गए हैं. पुलिस ने 2705 स्थानों को संवेदनशील माना है.

नमाज से पहले पुलिस ने हटवाए 21965 लाउडस्पीकर

उत्तर प्रदेश में 19949 मस्जिदों में अलविदा की नमाज पढ़ी जाएगी. इसके लिए 29806 धर्मगुरु से बातचीत की गई है. उत्तर प्रदेश का पुलिस का कहना है कि अलविदा की नमाज के दौरान भी लाउडस्पीकर के नियम का पालन किया जाएगा, 21965 लाउडस्पीकर हटाए गए हैं, 42332 लाउडस्पीकर की आवाज कम की गई है.

इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने जारी की एडवाइजरी

आज अलविदा की नमाज अदा की जाएगी. इस मौक़े पर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने एक एडवाइजरी जारी की है, इसमें नमाजियों से मस्जिद के अन्दर ही नमाज़ अदा करने की अपील की गई है ताकि नमाज़ियों की वजह से ट्रैफ़िक जाम न हो. इसके साथ ही मस्जिद कमेटियों से लाउडस्पीकर का नियम पालन करने की अपील की गई है.

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ऐशबाग़ ईदगाह के ईमाम मौलाना और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड  के सदस्य मौलाना ख़ालिद रशीद फिरंगी महली ने लोगों से ये अपील की है कि मस्जिदों में ही नमाज़ पढ़ें और अगर मस्जिद कैपासिटी फुल हो जाती है तो दूसरी मस्जिद में जाकर नमाज़ पढ़ें, मस्जिद में लगे लाउडस्पीकर की आवाज़ भी हाई कोर्ट के फ़ैसले के मुताबिक़ ही रहे.

रामपुर में टूटी आजादी से पहले की परंपरा

रामपुर में अलविदा की नमाज ऐतिहासिक हुआ करती थी. आजादी से पहले से चल रही परंपरा के अनुसार रामपुर के जिले भर से लोग शहर की जामा मस्जिद आते थे और जुमे की नमाज पढ़ते थे, जिसमें कई लाख लोग नमाज अदा करते थे, जो कई किलोमीटर तक शहर में सड़कों पर मकानों की छतों पर और दुकानों में पढ़ी जाती थी.

लेकिन योगी सरकार के आदेश के बाद शासन और मुस्लिम धर्मगुरुओं के बीच हुई वार्ता में तय हुआ कि इस बार सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ी जाएगी. अलविदा की नमाज से जामा मस्जिद के अंदर ही होगी और ईद की नमाज ईदगाह के अंदर ही होगी. मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि माइक सब उतरवा दिए गए हैं और सबको खबर कर दी गई है.

 

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