कभी बच्चन परिवार के करीबी रहे समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता अमर सिंह ने पहली बार अपनी नाराजगी के कारणों की ओर इशारा जैसा कुछ किया है. बरेली में एक शादी समारोह के दौरान उन्होंने सधे हुए शब्दों में कहा कि उनका विवाद अमिताभ बच्चन से नहीं बल्कि जया बच्चन से है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि आगे से वह अमिताभ बच्चने से जुड़े किसी सवाल का जवाब नहीं देंगे.
दरअसल, अमर सिंह से पनामा पेपर्स लीक मामले में अमिताभ बच्चन के नाम से जुड़ा सवाल पूछा गया था. इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘उनके बारे में कुछ भी बोलने पर मन में टीस उठती है.' बच्चन परिवार से दूरी के सवाल पर उन्होंने कहा, 'मेरा अमिताभ बच्चन से कोई विवाद नहीं है बल्कि जया बच्चन से है. अमिताभ तो मुझसे माफी मांग चुके हैं.'
'अभिषेक-ऐश्वर्या बहू जैसे'
उन्होंने आगे कहा कि अभिषेक बच्चन उनके बेटे और ऐश्वर्या बहू की तरह हैं. सपा नेता ने यह भी कहा कि भविष्य में वे अमिताभ बच्चन से संबंधित किसी सवाल का जवाब नहीं देंगे.
पीएम मोदी की जमकर की तारीफ
यूपी में विधानसभा चुनाव की आहट के बीच अमर सिंह ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. सपा नेता ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ईमानदार हैं, लेकिन उनकी पार्टी के नेता बयानबाजी कर उनके लिए मुश्किलें खड़ी करते हैं. इतने दिनों में 10 लाख का सूट छोड़ कर मोदी के खिलाफ विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं मिला है.' सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लोग निराश इसलिए हैं, क्योंकि देशवासियों को उनसे ढेर सारी उम्मीदें हैं, जो अबतक पूरी नहीं हो सकी हैं.
'अमिताभ को मुश्किलों से बचाया'
गौरतलब है कि इससे पहले एक इंटरव्यू में अमर सिंह ने कहा था कि उन्होंने अमिताभ बच्चन को मुश्किलों में पड़ने से बचाया. अमर सिंह के मुताबिक, अमिताभ की शिकायत थी कि अमर सिंह ने उनके परिवार को सहारा ग्रुप के बोर्ड से हटावाया. अमर ने तब कहा था कि उन्होंने अमिताभ को समझाया था कि उस कार में नहीं बैठना चाहिए, जिसके ड्राइवर के बारे में पता नहीं हो.
अमर सिंह का मानना है कि अगर वे अमिताभ को चेतावनी नहीं देते तो अमिताभ आज पद्म विभूषण नहीं होते और न ही वे प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी लेते. उन्होंने यह टिप्पणी सहारा ग्रुप के हालिया हश्र के सदंर्भ में की थी. मालूम हो कि सहारा के मालिक सुब्रत राय अपनी कंपनी में कथित अनियमितता के आरोप में अभी जेल में हैं.