बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीते रोज इलाहाबाद में (23 फरवरी) चौथे चरण के मतदान से पहले बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए इलाहबाद के अल्लाहपुर से बेरेना और सुलाखी चौराहा से होकर घण्टाघर तक रोड शो किया.
दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इलाहाबाद और आसपास के जिलो में अपने और सहयोगी दलों के 32 उम्मीदवारों के समर्थन लिए रैली की थी लेकिन अब सवाल यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के बाद चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को रोड शो क्यों करना पड़ा. उसका एक कारण है कि इलाहबाद जिले से प्रतापगढ़, जौनपुर, भदोही, कौशांबी, मिर्जापुर, सोनभद्र, बांदा, चित्रकूट जिले लगते हैं. ऐसे में बीजेपी किसी भी तरह का रिस्क लेने के मूड में नहीं है क्यूंकि आज ही अखिलेश यादव और राहुल गांधी का भी रोड शो तय था.
जल्दबाजी में रखा गया रोड शो
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जल्दबाज़ी में अपना रोड शो इसलिए भी रखा ताकि पीएम मोदी की रैली से बने माहौल की धमक कमजोर न हो. कही उसपर अखिलेश यादव और राहुल गांधी का रोड शो पीएम मोदी के बनाए हुए माहौल को अंतिम समय पर खराब ना कर दे.
बीजेपी को भी इस बात का अंदेशा है कि अगर इलाहबाद में पार्टी की पकड़ कमजोर पड़ी तो फिर अगले चरणों में भी पार्टी का माहौल खराब होता चला जाएगा. ये ही कारण है पीएम मोदी और अमित शाह छोटा सा भी रिस्क नहीं लेना चाहते.