राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में दलितों के घर भोजन करके एक नया फॉर्मूला इजाद किया था, हालांकि इस फॉर्मूले का असर यूपी के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के पक्ष में देखने को नहीं मिला. अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी इस फॉर्मूले को अपना रही है. यूपी में पार्टी के प्रभारी अमित शाह झांसी पहुंचे और वहां दलित के घर भोजन किया.
अमित शाह ने इस दौरान राज्य की सपा सरकार पर प्रशासनिक अधिकारियों को डराकर आगामी लोकसभा चुनावों में उनके इस्तेमाल की मंशा रखने का आरोप लगाया. शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार प्रशासनिक अधिकारियों को भयभीत करके उनका उपयोग करके लोकसभा चुनाव जीतना चाहती है, लेकिन उसे समझना चाहिए कि चुनाव जनमत से जीता जाता है ना कि आतंकित करके.
उन्होंने कहा कि सपा सरकार पिछड़े वर्ग के अधिकारों पर डाका डालकर मुस्लिम वर्ग को विभिन्न योजनाओं में 20 प्रतिशत आरक्षण दे रही है. शाह ने दावा किया सपा सरकार 21 आतंकवादियों से मुकदमे वापस लेना चाहती है. उन्होंने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को चुनौती दी कि अगर एक भी दहशतगर्द को छोड़ा गया तो बीजेपी कार्यकर्ता उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने देंगे.