scorecardresearch
 

कैसे हो जांच, पीड़िता हिंदी नहीं जानती और दरोगा जी अंग्रेजी

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) की ईरानी मूल की शोध छात्रा के यौन उत्पीडऩ की जांच अब भाषाई चक्रव्यूह में फंस गई है. पीड़ित शोध छात्रा हिंदी नहीं जानती और जांच का जिम्मा संभाल रहे दरोगाजी का अंग्रेजी में हाथ तंग है.

Advertisement
X
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) की ईरानी मूल की शोध छात्रा के यौन उत्पीडऩ की जांच अब भाषाई चक्रव्यूह में फंस गई है. पीड़ित शोध छात्रा हिंदी नहीं जानती और जांच का जिम्मा संभाल रहे दरोगाजी का अंग्रेजी में हाथ तंग है.

Advertisement

विवेचक ने एएमयू के असिस्टेंट प्रो. बिलाल मुस्तफा खां पर लगाए आरोपों को लेकर पीड़ित छात्रा से फोन पर बात करनी चाही थी. लेकिन उनके सवाल हिंदी में थे और छात्रा उन्हें नहीं समझ पाई. बहरहाल, आरोपी प्रोफेसर फरार है और पुलिस की पकड़ से दूर भी.

एएमयू में एमबीए डिपार्टमेंट की ईरानी मूल की शोध छात्रा ने अपने ही विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर बिलाल मुस्तफा खां पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. सिविल लाइंस थाने में शुक्रवार को रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. आरोप है कि असिस्टेंट प्रोफेसर पीएचडी में गाइड तो कम करते हैं, वाट्स एप पर द्विअर्थी मैसेज ज्यादा भेजते हैं. सबके सामने बात नहीं करते. एकांत में नितांत निजी सवाल पूछते हैं. आपत्तिजनक मैसेज का ब्योरा भी छात्रा ने पुलिस को दिया है.

इंतजामिया ने शनिवार को आरोपों की प्राथमिक जांच के बाद बिलाल मुस्तफा खां को निलंबित भी कर दिया. तभी से आरोपी फरार है. पांच सदस्यीय टीम ने विभागीय जांच शुरू कर दी है. यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच सिविल लाइंस थाने की मेडिकल चौकी के इंचार्ज मोहम्मद असलम के हवाले है.

Advertisement

इंस्पेक्टर हैदर रजा जैदी बताते हैं कि सब इंस्पेक्टर असलम ने पीड़िता के बयान दर्ज करने के लिए फोन पर संपर्क किया था. विवेचक ने हिंदी में सवाल पूछने शुरू किए, लेकिन पीडि़ता उनकी बातें नहीं समझ पाई. उसने कुछ बातें अंग्रेजी में कहीं, जो विवेचक नहीं समझ पाए. भाषाई समझ के कारण जांच आगे नहीं बढ़ पाई.

Advertisement
Advertisement