कानपुर के विकास दुबे का एनकाउंटर होने के बाद से ही उसके गुर्गों व करीबियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस बीच उसके तमाम साथी कोर्ट के सामने सरेंडर भी कर रहे हैं. सोमवार को भी विकास दुबे के एक साथी गोविंद सैनी ने कोर्ट के सामने सरेंडर किया.
गोविंद सैनी ने कानपुर देहात के एक कोर्ट में सरेंडर किया है. कानपुर देहात के एसपी ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया है कि गोविंद सैनी के वकील ने कोर्ट के सामने सरेंडर की अर्जी लगाई थी, जिसके बाद सोमवार को उसने सरेंडर कर दिया. एसपी ने बताया कि गोविंद की रिमांड लेने का फैसला किया गया है.
बता दें गोविंद सैनी घटना के बाद से ही फरार चल रहा था, जिसके बाद कानपुर एसएसपी ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था. गोविंद सैनी के भाई गोपाल सैनी ने 20 दिन पहले ही कानपुर देहात की विशेष अदालत में सरेंडर किया था.
विकास दुबे के कई साथियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. दयाशंकर अग्निहोत्री, श्यामू बाजपेयी, जहान यादव, शशिकांत, मोनू और शिवम दुबे को गिरफ्तार किया जा चुका है. अब भी छोटू शुक्ला, शिव तिवारी, विष्णु पाल यादव, रामू बाजपेयी, हीरू दुबे और बाल गोविंद जैसे विकास दुबे के गुर्गे पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
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वहीं, विकास दुबे समेत प्रभात मिश्रा, अमर दुबे, बऊआ दुबे, प्रेम कुमार पांडेय और अतुल दुबे की एनकाउंटर में मौत हो चुकी है. बता दें कि इसी साल 2 जुलाई की रात कानपुर पुलिस विकास दुबे के बिकरू गांव रेड मारने पहुंची थी. विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ पुलिस पर फायरिंग की थी, जिसमें एक सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद ही पुलिस और यूपी एसटीएफ विकास दुबे और उसके करीबियों के खिलाफ उतर गई थी. विकास दुबे 9 जुलाई को उज्जैन में पकड़ा गया था और अगली सुबह कानपुर लाते वक्त एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में विकास दुबे मारा गया था.