यूपी सरकार ने असीम अरुण को उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आयोग का अध्यक्ष पद का प्रभार दिया है. उनके पास ये दायित्व तब तक रहेगा, जबतक कि आयोग का नियमित अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया जाता.
पुलिस अधिकारी रहे असीम अरुण को योगी आदित्यनाथ सरकार में समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है. आईपीएस की नौकरी छोड़कर वो बीजेपी में शामिल हुए थे. उन्होंने समजावादी पार्टी के गठबंधन उम्मीदवार अनिल कुमार को करीब छह हजार वोटों से हराया था. ऐसी उम्मीद पहले ही जताई जा रही थी कि उन्हें योगी कैबिनेट में शामिल किया जाएगा.
मांगी थी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति
असीम अरुण आईपीएस की नौकरी छोड़कर बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे. उन्होंने कानपुर पुलिस कमिश्नर के पद से सेवानिवृत्ति ली. असीम अरुण ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया था.
कन्नौज के रहने वाले हैं असीम अरुण
असीम अरुण कन्नौज के ही रहने वाले हैं. इस क्षेत्र में उन्होंने अपनी एक अलग ही पहचान बना रखी है. अब चुनावी मैदान में वे उसी पहचान और अनुभव का पूरा लाभ उठाना चाहते हैं. वैसे असीम अरुण के पिता स्वर्गीय श्री राम अरुण उत्तर प्रदेश के दो बार डीजीपी रह चुके हैं.