कानपुर में एक महिला की हत्या के सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है. महिला से अवैध संबंध रखने और फिर उसकी हत्या करने के आरोप में एक दारोगा को गिरफ्तार किया गया है.
हैरानी की बात तो यह है कि हत्या का खुलासा करने के लिए कानपुर जोन के आईजी आशुतोष पांडे को खुद एक्शन लेना पड़ा, वरना स्थानीय पुलिस ने तो हत्या का मामला भी दर्ज नहीं किया था.
महिला की हत्या के मामले में आईजी ने एक दारोगा को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. आईजी के मुताबिक, आरोपी दारोगा यूपी के पर्यटन राज्यमंत्री सुधीर सजन सेन का पीएसओ है. महिला से इसके अवैध सम्बन्ध थे. महिला से पीछा छुड़ाने के लिए ही उसने महिला की हत्या कर डाली. आईजी ने रिपोर्ट न लिखे जाने पर नौबस्ता के थाना अध्यक्ष को तुरंत हटाने के आदेश दिए.
बीते शुक्रवार की रात नौबस्ता थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि हाइवे पर किसी महिला का शव पड़ा हुआ है. पुलिस ने अज्ञात महिला का शव कब्जे में लेकर महिला की शिनाख्त के लिए प्रयास शुरू कर दिए. जिले के सभी थानों को इस बारे सूचना दे दी गई थी. गुरुवार सुबह चकेरी के रामपुरम में रहने वाले शिव चरण सिंह ने शव की शिनाख्त अपनी 40 वर्षीय पत्नी नीलम सिंह के रूप में की. शिव चरण सिंह शहर के ही एक होटल में कार्यरत हैं.
शिव चरण के मुताबिक, उनकी पत्नी नीलम बीती 4 तारीख की शाम घर से बाजार के लिए निकली थी. जब देर रात वह तक घर नहीं आई, तब उन्होंने उसको खोजना शुरू किया. दो दिन बाद जब समाचार पत्रों में अज्ञात महिला की हाइवे पर लाश मिलने की खबर छपी, तब खबर पढ़कर परिजन नौबस्ता थाने पहुंचे. तब जाकर शव की शिनाख्त हो सकी.
नीलम के पति और परिजनों ने नीलम की हत्या करके शव फेंके जाने की बात कही. एक दिन बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई, जिसमें नीलम के सिर व कनपटी पर नुकीली वस्तु से आठ जख्म होने की बात कही गई. नौबस्ता थानाध्यक्ष ने मामले में कोई भी रिपोर्ट नहीं दर्ज की थी.
बाद में आईजी ने मामले में छानबीन की. गुरुवार को नौबस्ता थाने पहुंचकर उन्होंने मामले से पर्दा उठाया. आईजी के मुताबिक, मृतका नीलम का बर्रा में रहने वाले दारोगा जगराम सिंह से अवैध सम्बन्ध थे. वह दारोगा कानपुर देहात में लाइन में था. जगराम महिला के घर का खर्च भी उठता था. नीलम और जगराम के नाजायज संबंधों की जानकारी दोनों के घरों में थी. इस बात को लेकर आए दिन जगराम की पत्नी का उससे झगड़ा भी होता था. इसी से ऊबकर जगराम ने नीलम की हत्या कर दी और शव को हाइवे पर फेंक दिया.
आईजी के मुताबिक, अभी पुलिस मामले में और जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि जगराम के साथ और कौन हत्या में शामिल था. हत्या से जुड़े अन्य पहलुओं की भी पड़ताल की जा रही है.