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अयोध्या में भव्य दीपोत्सव के लिए बसाया गया रामायण लोक, भगवान राम के परिवार के सदस्यों के नाम पर ये खास गेट

इस बार अयोध्या में 23 अक्टूबर को दिवाली की पूर्व संध्या पर होने वाले दीपोत्सव के अवसर पर निषादराज और अहिल्या समेत  भगवान राम के परिवार के सदस्यों के नाम पर 15 द्वार सजाए गए हैं.  इसके अलावा 10 स्वागत द्वार लोगों को इतिहास की खूबसूरत गलियों में ले जाएंगे.

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अयोध्या में भव्य दीपोत्सव की तैयारी
अयोध्या में भव्य दीपोत्सव की तैयारी

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दिवाली पर भव्य और दिव्य दीपोत्सव समारोह में इस बार 17 लाख दीये (मिट्टी के दीपक) जलाए जाएंगे. ये एक नया विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहा है. पिछले साल अयोध्या में 12 लाख दीये जलाए गए थे. तब राम की पैड़ी पर 9 लाख और अयोध्या के बाकी हिस्सों में 3 लाख दीपक प्रज्ज्वलित हुए थे.

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इतिहास की अनछुई गलियों में ले जाएंगे स्वागत द्वार

इस बार अयोध्या में 23 अक्टूबर को दिवाली की पूर्व संध्या पर होने वाले दीपोत्सव के अवसर पर निषादराज और अहिल्या समेत  भगवान राम के परिवार के सदस्यों के नाम पर 15 द्वार सजाए गए हैं.  इसके अलावा 10 स्वागत द्वार लोगों को इतिहास की अनछुई गलियों में ले जाएंगे.

झांकी
झांकी

बनाए जा रहे रामायण के द्वार

बता दें कि 10 प्रवेश द्वारों के साथ रामायण काल ​​के माहौल को फिर से जीवंत करने वाले 15 द्वारों का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. यहां पर्यटन विभाग को द्वारों को दीयों से सजाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पर्यटन विभाग की विशेष टीम ने एक सनबोर्ड भी तैयार किया है, जिस पर रोशनी की व्यवस्था की जाएगी.

पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने कहा कि अयोध्या को अलग पहचान देने के लिए राज्य की योगी आदित्यनाख सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा, "योगी सरकार के निर्देश पर रामायण के द्वार भी बनाए जा रहे हैं, ताकि लोगों को त्रेतायुग के दौरान दीवाली उत्सव की अनुभूति हो सके."

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झांकी
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कुम्हारों को दिए गए लाखों दीयों के ऑर्डर
 
इन 15 द्वारों के नाम- निषादराज द्वार, अहिल्या द्वार, राम द्वार, दशरथ द्वार, लक्ष्मण द्वार, सीता द्वार, राम सेतु द्वार, अशबरी द्वार, हनुमान द्वार, भारत द्वार, लव-कुश द्वार, सुग्रीव द्वार, जटायु द्वार और तुलसी द्वार रखे गए हैं. इसके अलावा लाखों दीयों से सजी राम की पैड़ी पर भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, हनुमान की मूर्तियों के पास सेल्फी प्वाइंट बनाया जा रहा है.

पुष्पक विमान द्वारा भगवान श्रीराम की लंका से अयोध्या वापसी के चित्र भी बनाए जा रहे हैं. ये द्वार युवा पीढ़ी में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी काम करेंगे. अयोध्या में कुम्हारों की बस्ती में दिए बनाने का काम तेज से चल रहा है. कुम्हारों को लाखों दीयों के ऑर्डर दिए गए हैं.

अयोध्या की झांकियां बनकर तैयार

दीपोत्सव वाले दिन निकलने वाली झांकियां लगभग बनकर तैयार हो गई हैं. इस बार 16 झांकियां निकलने वाली हैं. झांकियों में शबरी, सीता हरण, राम वनवास, मंथरा कैकेय, लंका दहन समेत रामायण के तमाम चित्रों का उल्लेख किया गया है.


 

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