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अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हुए जमीन सौदे को लेकर राजनीतिक विवाद जारी है. इस बीच राम जन्म भूमि परिसर के निकट नजूल (सरकारी) जमीन को राम मंदिर निर्माण के लिए फ्री में दिलाने और मंदिर के नाम पर करोड़ों की चंदा चोरी का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने घोटाले में शामिल बीजेपी नेताओं और ट्रस्ट के पदाधिकारियों को जेल भेजने की मांग की है. साथ ही आरोपियों से करोड़ों रुपये की वसूली करवाने की भी मांग की गई है.
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या में जारी विवाद पर एक पत्र लिखा है. मुख्यमंत्री योगी को लिखे पत्र में संजय सिंह ने कहा कि अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हो रहे राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए गठित श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा जमीन खरीद में भारी भ्रष्टाचार और घोटाले का मामला सामने आया है.
इस जमीन खरीद में भारतीय जनता पार्टी के अयोध्या के मेयर, उनके रिश्तेदारों और ट्रस्ट के पदाधिकारियों के शामिल होने के तमाम दस्तावेज़ मिले हैं, यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि जो जमीन नजूल की अर्थात सरकार की है वह जमीन भी ट्रस्ट द्वारा बीजेपी नेताओं की मिली भगत से करोड़ों में खरीदी गई. राम मंदिर के निर्माण के लिए करोड़ों राम भक्तों ने हजारों करोड़ का चंदा भी दिया है लेकिन बीजेपी नेताओं और ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने जिस प्रकार चंदा चोरी की है उससे करोड़ों लोगों की आस्था को गहरी चोट पहुंची है.
पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए संजय सिंह ने अपने पत्र में कहा कि जब यह स्पष्ट हो चुका है की श्री राम जन्म भूमि के आसपास की जमीन नजूल जमीन (सरकारी जमीन) है तो किस आधार पर बीजेपी नेताओं ने सरकारी जमीनों को करोड़ों रुपये में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को बेची. जब स्वयं अयोध्या के जिलाधिकारी ट्रस्ट के सदस्य हैं, सरकारी जमीने उनके संज्ञान में हैं तो समय रहते करोड़ों की हेराफेरी करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई, इससे जिलाधिकारी और प्रशासन की भूमिका भी गहरे संदेह के घेरे में है.
दोषियों को जेल भेजा जाएः संजय सिंह
उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये का घोटाला करने वाले बीजेपी नेताओं और ट्रस्ट के पदाधिकारियों को जेल भेजा जाए और नजूल (सरकारी) जमीनों को श्री राम मंदिर निर्माण हेतु निःशुल्क दिया जाए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने जमीन खरीद सौदे में घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि ट्रस्ट का गठन हुए करीब डेढ़ साल हो गए, श्री राम का मंदिर निर्माण बीजेपी नेताओं की चंदा चोरी के कारण रुका हुआ है. बीजेपी के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, भांजे दीप नारायण उपाध्याय, समधी का साला रवि मोहन तिवारी, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य अनिल कुमार मिश्रा आदि ने करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया है. पत्र में इसका विस्तार से उल्लेख भी किया है.
संजय सिंह ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि सभी जमीनों की खरीद में शामिल बीजेपी नेताओं और ट्रस्ट के पदाधिकारियों तथा अन्य शामिल लोगों के बैंक खाते की जांच कराकर, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर, उनके द्वारा किए गए करोड़ों के भ्रष्टाचार की उनसे वसूली की जाए. साथ में मंदिर निर्माण के लिए नजूल (सरकारी) जमीन निःशुल्क में उपलब्ध कराई जाए.