धर्म नगरी अयोध्या में अराजक तत्वों ने अमन चैन खराब करने और दंगा भड़काने की नापाक कोशिश की है. इसके लिए एक संप्रदाय के धर्म ग्रंथ पर आपत्तिजनक लिखी बातों के कागज शहर की दो मस्जिदों समेत तीन स्थानों पर फेंके गए. बुधवार की सुबह इसकी जानकारी होते ही अयोध्या पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तेजी से हरकत में आए और बात बिगड़ने से पहले हालात को नियंत्रण में ले लिया. मामले में अब तक 7 लोग गिरफ्तार किये गए हैं.
जानकारी के मुताबिक बुधवार की सुबह अयोध्या की ताटशाह और कश्मीरी मोहल्ले की दो प्रमुख मस्जिदों के बाहर और एक अन्य जगह घोसियाना में आपत्तिजनक कागज पड़े हुए दिखाई दिए. इस कागज में एक संप्रदाय के पवित्र ग्रंथ पर अभद्र बातें लिखी हुई थीं. हालांकि माहौल खराब हो इससे पहले ही अयोध्या पुलिस और प्रशासन के सभी शीर्ष अफसर मौके पर पहुंच गए. पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है, जिससे इस तरह की हरकत करने वाले आराजक तत्वों की पहचान हो सके.
मामले को लेकर जब सीसीटीवी खंगाले गए तो चार मोटरसाइकिल पर सवार 11 लोग दिखाई दिए. जिसमें एक आदमी मोटरसाइकिल से उतर कर विवादित सामग्री फेंकता हुआ दिखाई दिया. इन लोगों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए सिर पर मुस्लिम टोपी लगाई हुई थी और मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट बदली या हटाई हुए थी.
कौन-कौन आया गिरफ्त में?
सीसीटीवी फुटेज के जरिए और मुस्लिम टोपी विक्रेताओं को टटोलने के बाद पुलिस ने जब दो लोगों को पहले उठाया तो पूरी घटना उसके सामने साफ हो गई. इसी के बाद पूरे मामले में 7 गिरफ्तारियां हुई हैं जबकि अन्य की तलाश जारी है. गिरफ्तार हुए लोगों में महेश कुमार मिश्रा को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. जो खुद एक संगठन चलाता है, और उसके खिलाफ पहले भी मुकदमे दर्ज हैं.
दिनांक 26/27.04.22 की रात्रि शहर अयोध्या के मस्जिदों में आपत्तिजनक पोस्टर, व वस्तु डालकर शहर मे दंगा फैलाने की कोशिश करने वाले 07 अभियुक्त गिरफ्तार, घटना मे प्रयुक्त वाहन एवं मोबाइल बरामद,#SSP_अयोध्या @ShaileshP_IPS की बाईट।https://t.co/uiLcdNyt8D pic.twitter.com/hu2VIGLnzP
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) April 28, 2022
इसके अलावा प्रत्यूष श्रीवास्तव, नितिन कुमार, दीपक कुमार गौड़, बृजेश पांडे, शत्रुघ्न प्रजापति, और विमल पांडे को पकड़ा गया. आईजी अयोध्या परिक्षेत्र कविंद्र प्रताप सिंह की माने तो इस घटना को दिल्ली में हनुमान जयंती के दिन हुई घटना का बदला लेने की नीयत से अंजाम दिया गया था और ऐसा पकड़े गए लोगों ने कबूल भी किया है. इन लोगों का इरादा आने वाली ईद को लेकर अयोध्या में बड़े बवाल कराने की साजिश थी. जिससे माहौल खराब हो और ईद का त्योहार सकुशल संपन्न ना होने पाए.
अयोध्या पुलिस का कहना है कि लोगों की समझदारी के कारण बड़ी घटना टल गई और समय रहते पूरी घटना का खुलासा हो गया, लेकिन पकड़े गए लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और एनएसए भी लगाया जाएगा.
क्या बोले अयोध्या के एसएसपी?
अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि दो धार्मिक स्थलों पर और एक जगह सड़क पर आपत्तिजनक वस्तु और आपत्तिजनक बातें लिखे कागज फेंके गए थे. पुलिस टीम को तत्काल इसकी जानकारी हुई और इनको कब्जे में लेकर कार्रवाई चल रही है. एसएसपी का कहना है कि यह किसी शरारती तत्वों का काम है जो अमन चैन को खराब करना चाहते थे. फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है.
उन्होंने कहा कि दोनों संप्रदाय के जो वरिष्ठ लोग हैं, धर्मगुरु हैं,सभी से निरंतर संपर्क में हैं. मामले को लेकर कमिश्नर,आईजी, डीएम और ने सभी मौजूद लोगों को विश्वास दिलाया कि हम लोग इसकी पूरी जांच करेंगे और जो दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.
एसएसपी ने कहा कि हम लोगों से अपील करते हैं कि अयोध्या में सभी लोग अमन चैन से रहते हैं, इसलिए किसी तरह की अफवाह पर यकीन न करें और जो अराजक तत्व है और गलत मंशा से यह किया है उसको बख्शा नहीं जाएगा. हमारी टीम जांच में लगी हुई है. हमारी कोशिश है कि जल्दी से जल्दी इनकी पहचान करें और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें.
इसके अलावा अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि शरारती तत्वों के द्वारा यह आपत्तिजनक सामग्री फेंकी गई है. उसे जब्त कर लिया गया है और मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है. सभी मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी धर्मगुरु के साथ संपर्क बनाए हुए हैं और शांति व्यवस्था पूरी तरह बनी हुई है. सभी ने विश्वास जताया है कि हम लोग अपराधियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई करेंगे. सभी गणमान्य व्यक्तियों और धर्म गुरुओं से मुलाकात कर रहे हैं और सारी व्यवस्था अच्छे से चल रही है.