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अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के बाद अब मंदिर निर्माण की तैयारियों पर जोर है. इस कड़ी में सितंबर के दूसरे सप्ताह से राम जन्मभूमि मंदिर की बुनियाद की खुदाई का कार्य शुरू हो सकता है.
सीता रसोई, कोहबर भवन, आनंद भवन, राम खजाना जैसे प्राचीन मंदिरों को गिराया जा चुका है. मानस भवन के कुछ हिस्से को गिराने का कार्य भी शुरू हो गया है. राम मंदिर का मानचित्र अगले एक सप्ताह में पास हो सकता है, इसी के बाद राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा.
फोटो में वो स्थान है, जिसके ऊपर राम जन्मभूमि का शिलापट लगा हुआ है. यह शिलापट अंग्रेजों के जमाने का है, जिसे अयोध्या तीर्थ विवेचनी सभा ने अयोध्या के प्रमुख स्थानों को चिन्हित करने के लिए लगवाया था. इसी पत्थर के आधार पर गर्भ गृह की दूरी नापी जाएगी.
बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए 70 एकड़ भू-भाग का लेआउट नक्शा श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने अयोध्या विकास प्राधिकरण को भेज दिया है. इसी महीने 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन हुआ था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर की नींव के लिए शिला पूजन किया था. भूमि पूजन के लिए आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ ही सीएम योगी भी मौजूद थे.