अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मोदी सरकार ने श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनाने का ऐलान कर दिया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को राम मंदिर ट्रस्ट का संरक्षक और परमाध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास अनशन पर बैठ गए हैं और उन्होंने अन्न व जल सब त्याग दिया है. परमहंस दास यूपी के चंदौली में बुधवार को अनशन पर बैठे हैं.
संघ प्रमुख को श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का संरक्षक बनाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे महंत परमहंस दास ने कहा कि कहा है कि जब तक संघ प्रमुख को ट्रस्ट का संरक्षक नहीं बनाया जाएगा तब तक वे अनशन पर रहेंगे.
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महंत परमहंस दास माघ माह में प्रयागराज में संगम स्नान के लिए अयोध्या आए थे. संगम में स्नान के बाद उन्होंने बुधवार को वाराणसी में जाकर गंगा स्नान किया और वे चंदौली के बिलारीडीह शिव मंदिर पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि संसद में पीएम मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने का ऐलान कर दिया है.
राम मंदिर ट्रस्ट बनने की बात सुनने के बाद महंत परमहंस दास ने इस ट्रस्ट का संरक्षक और परमाध्यक्ष राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को बनाने की मांग के समर्थन में अनशन की शुरूआत कर दी. उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के संघर्ष में संघ का अहम योगदान रहा है, इसलिए संघ प्रमुख को ट्रस्ट का संरक्षक बनाया जाना चाहिए.
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महंत परमहंस दास ने कहा कि समय सीमा के अंदर राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाए जाने पर प्रधानमंत्री का आभार भी प्रकट किया. साथ ही परमहंस ने ये भी कहा है कि नृत्य गेपाल दास जैसे लोगों को ट्रस्ट में जगह ना देकर मोदी सरकार ने अच्छा किया, क्योंकि इन्हीं लोगों ने सालों साल तक राममंदिर के नाम पर लोगों को लूटा है और अकूत संपत्ति बनाई है.
बता दें कि महंत परमहंस दास वहीं हैं, जिन पर जानलेवा हमला किया था. पिछले दिनों अयोध्या में आजतक पर एक ऑडियो चलने के बाद नृत्य गोपाल दास के लोगों ने परमहंस दास को निशाना बनाया था. इन पर जानलेवा हमला किए जाने के बाद पुलिस इन्हें किसी तरह से बचाकर बनारस ले गयी थी.