उत्तर प्रदेश के मेरठ में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एक डॉक्टर ने शिकायत की है कि उसके नाम पर किसी और डॉक्टर ने मरीज का ऑपरेशन कर दिया, जबकि उसको इस बात का पता ही नहीं. आरोप है कि आयुष्मान योजना के तहत यह पूरा फर्जीवाड़ा हो रहा है. इसमें दूसरे अस्पताल भी शामिल हो सकते हैं. डॉक्टर की शिकायत पर मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने टीम बनाई है, जो पूरे मामले की जांच कर रही है.
यह मामला मेरठ के गढ़ रोड के गोकुलपुर के एक प्राइवेट अस्पताल का है. देवेंद्र वहां इलाज के लिए भर्ती हुआ था. उसका ऑपरेशन डॉक्टर सरत चंद्रा के नाम पर किया गया. मरीज को जो पर्चा दिया गया, उसमें डॉक्टर सरत चंद्रा का नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर था. ऑपरेशन के बाद अचानक एक दिन मरीज की हालत बिगड़ गई.
परिजन डिस्चार्ज स्लिप और मरीज को लेकर हॉस्पिटल पहुंच गए. डिस्चार्ज स्लिप पर डॉक्टर सरत चंद्रा का नाम था. यूरो सर्जन डॉक्टर सरत चंद्रा यह देखकर दंग रह गए कि उन्होंने मरीज का ऑपरेशन ही नहीं किया था. लेकिन उनके नाम पर किसी और ने ऑपरेशन कर दिया. डॉक्टर का कहना है कि उन्होंने इसकी शिकायत प्रशासन और चिकित्सा अधिकारियों से की है.
डॉक्टर सरत चंद्रा ने बताया कि 28 जुलाई को उसके पास एक मरीज खून के रिसाव की शिकायत लेकर पहुंचा था. स्लिप के मुताबिक, डॉक्टर सरत चंद्रा ने उसका ऑपरेशन किया था, जबकि उन्होंने उस मरीज का ऑपरेशन नहीं किया था. मरीज का ऑपरेशन मेरठ के ही एक निजी अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत किया गया. यह देखकर वह हैरान रह गए कि उनके नाम पर किसी और डॉक्टर ने ऑपरेशन कर डाला.
इस मामले में मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अखिलेश मोहन का कहना है कि उन्होंने मामले का स्वत संज्ञान लेते हुए जांच कमेटी बनाई है. कमेटी इस पूरे मामले की जांच करेगी. जांच के बाद जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.