देश ने अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया, तिरंगा यात्रा भी निकाली गईं और पीएम नरेंद्र मोदी का एक जोरदार भाषण भी सुनने को मिला. कई नेताओं ने अपने घर पर ध्वजारोहण किया, लोगों से संपर्क साधा और आजादी का जश्न मनाया. रामपुर से सपा विधायक आजम खान ने भी तिरंगा फहराया, लेकिन साथ में एक बड़ा राजनीतिक भाषण भी दिया. इस भाषण में उन्होंने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा.
आजम खान ने क्यों किया हिटलर का जिक्र?
आजम खान ने इस खास मौके पर हिटलर को याद किया, उसके विचारों से वर्तमान की राजनीति की तुलना की और एक बड़ा संदेश देने का प्रयास हुआ. सपा नेता ने कहा कि तानाशाह कितना भी ताकतवर क्यों ना हो, कितना भी जालिम क्यों ना हो, एक दिन उसका अंत हो जाता है और फिर अपने को सर्वश्रेष्ठ मानने वाला खुद अपने ही लोगों में घृणा का पात्र बन जाता है. उसके अपने ही लोग उसे याद भी करना नहीं चाहते. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आजम खान ने जर्मनी के एक किस्से का भी जिक्र किया.
आजम का बड़ा सियासी संदेश
उन्होंने बताया कि जब मैं जर्मनी में था, मैंने एक शोरूम में हिटलर का जिक्र किया था. वो दुकानदार अपना सामान बेचने के बजाय अंदर चला गया और वापस नहीं आया. मैंने पूरी जर्मनी में कही हिटलर की तस्वीर या उसका स्टैच्यू नहीं देखा. वह हिटलर जो यह कहता था कि हम पूरी दुनिया पर राज करने के लिए पैदा हुए हैं और हमारी ही कौम सबसे आला और अफजल है, आज पूरी दुनिया उस सोच और उस शख्स के नाम से अपने आप को बहुत दूर रखती है. यहां तक कि उसका अपना वतन उसको याद नहीं करना चाहता.
विकास के दावों पर उठाए सवाल
इसके बाद आजम खान ने विकास को लेकर किए गए बड़े दावों पर तंज कसा. साफ कहा गया कि इस समय देश में नफरत की राजनीति जोर पकड़ रही है, रिश्ते खराब हो रहे हैं और हर तरफ तनाव बढ़ रहा है. इस बारे में आजम कहते हैं कि मैंने सदन में एक बार कहा था कि ऐसा मेडिकल कॉलेज बनाऊंगा जो पूरी दुनिया से लोग देखने आएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हो सका, होने नहीं दिया गया, जो हुआ वह किसी से छिपा हुआ नहीं है. नफरत बहुत नुकसान पहुंचाती है और बहुत नुकसान हुआ रिश्तो का, मोहब्बतों का, तरक्की का जिसे हम विकास कहते हैं. नौजवान के पास काम नहीं है और यही वजह है कि इंजीनियरिंग कॉलेज के कई सेक्शन बंद करने पड़ गए हैं.