समाजवादी पार्टी (सपा) के अंदर खींचतान सी मची है. शिवपाल सिंह यादव के बाद अब अखिलेश यादव से आजम खान ने दूरी बना ली है और गोपनीय मीटिंग चल रही है. खबर है कि कल शिवपाल और आजम खान की गोपनीय मीटिंग हुई थी. आजम के सरकारी आवास कल शाम शिवपाल पहुंचे थे. इस दौरान दोनों के बीच आधे घंटे तक चर्चा हुई.
बताया जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव और आजम खान के बीच राज्यसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा सत्र को लेकर चर्चा हुई है. कल ही आजम खान अपने बेटे अब्दुल्लाह आजम के साथ लखनऊ पहुंचे थे और विधायक पद की शपथ ली थी. इसके बाद अब्दुल्लाह आजम तो विधानसभा सत्र में शामिल होने आ गए थे, लेकिन आजम खान नहीं पहुंचे थे.
गौरतलब है कि आजम खान 27 महीने जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आए हैं. आजम सोमवार को लखनऊ पहुंचे. यहां उन्होंने विधायक पद की शपथ ली और देर शाम वापस रामपुर लौट गए. अब तक आजम खान ने अखिलेश को लेकर खुले तौर पर कोई नाराजगी जाहिर नहीं की है, लेकिन उनके समर्थकों ने जरूर अपने गुस्से का इजहार किया.
लखनऊ दौरे पर आजम खान से जब सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से जुड़ा सवाल पूछा गया तो इस पर उन्होंने (आजम खान) तंज कसते हुए कहा कि हो सकता है कि उनके पास मेरा नंबर न हो. जेल में बंद रहने के दौरान मुलायम सिंह यादव ने कभी भी उनका हाल नहीं पूछा था. अखिलेश यादव ने भी महज एक बार उनसे जेल में मुलाकात की था.
सोमवार को ही सपा के टिकट पर विधायक बने शिवपाल सिंह यादव की अखिलेश यादव के खिलाफ नाराजगी सदन में भी दिखी. शिवपाल यादव ने विधानसभा के बजट सत्र में हिस्सा लिया, लेकिन सपाइयों के विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए. शिवपाल यादव अपनी सीट के नजदीक खड़े रहे और उनके बगल में सपा विधायक मनोज पारस विरोध प्रदर्शन करते रहे.
शिवपाल वहां मौजूद रहे लेकिन सपा से दूरी बनाए रखी. सदन में शिवपाल न तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिले और न ही सपाइयों के साथ प्रदर्शन किया. इसी तरह ओम प्रकाश राजभर की भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी ने भी राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा के विरोध प्रदर्शन से दूर बनाए रखी. राजभर की पार्टी के इस बार 6 विधायक जीतकर आए हैं.