उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान सोमवार को अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों की जांच के लिए बनी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के सामने पेश हुए. उनके साथ पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉक्टर तंजीन फातिमा और पुत्र विधायक अब्दुल्ला आजम भी मौजूद रहे.
आजम खान ने कहा कि उनका राजनीतिक जीवन बेदाग है. उन्होंने कहा कि सरकार आती जाती रहती है. अफसरों को निष्पक्ष होकर जांच करें. सीओ ने उनको सवालों का पुलिंदा थमा दिया और जबाव देने का आग्रह किया. बता दें कि रामपुर के आलियागंज के किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में दर्ज 27 मुकदमों में बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस ने उन्हें नोटिस दिया था.
Azam Khan, SP: Plight of Mohammad Ali Jauhar University will go down in pages of history. Method they have adopted is not right. Officials are doing it only out of personal grudges or to please someone. It may take time but justice wil be done. https://t.co/YI378wzYBL pic.twitter.com/x3U4wBMBSU
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2019
पूछताछ के बाद आजम खान ने कहा कि इनका जवाब देना संभव नहीं है. यह ऐसे कोई सवाल नहीं है जो बहुत कॉम्प्लिकेटेड हो. मामला सिर्फ पौने 4 बीघा जमीन का है. सैकड़ों एकड़ जमीन में अगर नक्शे पर लाइन खींच दी जाए तो उसमें पौने 4 बीघा जमीन आ जाएगी.
देश जाने मेरे साथ क्या हो रहा
सपा सांसद ने कहा कि इसके बावजूद जो कुछ हमारे साथ हुआ उसे देश और पूरी दुनिया को जानना चाहिए. यहां बहुत से सवाल और सवालात हैं जिनका जवाब देने में अगर हम अभी लिखना शुरू करते तो इसमें 2 दिन लग जाते. इनमें 90% सवाल वे हैं जिनका इस पौने 4 बीघे जमीन से कोई ताल्लुक नहीं है, मेरा नाम क्या है, मेरे बाप का नाम क्या है, मेरी बहनों का नाम क्या है, वह किस हाल में हैं, ट्रस्ट के कितने मेंबर हैं, ट्रस्ट क्या है और कौन इसका अकाउंटेंट है. कौन क्लर्क है, कौन ट्रेजर है, जो सवालात हैं वह उन बातों से मुतालिक नहीं हैं.
जवाब देने के लिए आजम ने मांगा समय
वहीं बयान दर्ज करने वाले सीओ सिटी सत्यजीत गुप्ता ने कहा कि जौहर यूनिवर्सिटी के मामलों की जांच एसआईटी कर रही है. आजम खान को इसी मामले में बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया था. हमारी जो भी जांच थी और जो भी हमारे सवाल थे वह हमने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा मुझे कुछ समय चाहिए.