उत्तर प्रदेश की दो सीटों पर हुए उपचुनावों में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से भारतीय जनता पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा. दोनों दल अपनी बरसों पुरानी दुश्मनी को भुलाकर साथ आए और कमाल कर दिया. अखिलेश यादव और मायावती की ये दोस्ती 2019 लोकसभा चुनावों में भी अपना दम दिखा सकती है. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान का कहना है कि ये दोस्ती लंबी चलेगी और दोनों दल 2019 में साथ चुनाव लड़ेंगे.
अंग्रेजी अखबार इकॉनोमिक टाइम्स की खबर के अनुसार, आजम ने कहा है कि दोनों दल 2019 में सीटों के सम्मानजनक बंटवारे के साथ चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा, ''अगर हम फिर बिछड़ जाएंगे तो हार जाएंगे. एक दुश्मन ने हमें दोस्त बना दिया, अब ये दोस्ती लंबी चलेगी''.
आपको बता दें कि 14 मार्च को गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के नतीजों में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को बड़ी जीत हासिल हुई थी. गोरखपुर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फूलपुर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सीट रही है.
आजम ने बताया कि अखिलेश और मायावती के बीच बातचीत काफी अच्छी रही थी. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अपने पिता की तरह ही हैं, लेकिन वह साथ में और भी बेहतर काम करते हैं. 2019 के चुनावों में सीटों के फॉर्मूले पर आजम ने कहा कि दोनों पार्टियां इस पर बात करेंगी, कुछ हमारे पास रहे और कुछ उनके पास रहे यही बेहतर होगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए आजम ने कहा कि वो हिंदू हैं लेकिन ईद नहीं मनाते, मैं मुस्लिम हूं लेकिन होली जरूर मनाता हूं. मेरे घर में होली के समय गुजिया अपने मुस्लिम दोस्तों में भी बांटता हूं. उन्होंने कहा कि मुसलमान 28 से 30 दिन रोज़ा रखते हैं और फिर ईद मनाते हैं. ईद वाले दिन सिर्फ शैतान रोज़ा रखता है और ईद नहीं मनाता है. ईद ना मनाकर आप खुद को शैतान की श्रेणी में क्यों लाना चाहते हैं.