समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान से सोमवार को जल निगम भर्ती घोटाले में पूछताछ की गई. आजम से इस घोटाले के सिलसिले में विशेष जांच दल ने करीब दो घंटों तक पूछताछ की.
दो घंटों की पूछताछ के बाद बाहर निकले आजम खान ने कहा, 'मैंने कोई गलत काम नहीं किया है. मैंने बच्चों को नौकरी दी है. बीजेपी मेरे दामन पर दाग लगाना चाहती है.'
आजम खान ने अप्रत्यक्ष रूप से पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'हमने डिग्री होल्डर को ये नहीं कहा कि ठेला लगा लो. जिनके पास डिग्रियां है, उनको नौकरियां मिलीं. कैसे परीक्षा होती है, कैसे नौकरियां मिलीं, ये हमें नहीं पता. जिनके घर वाले ठेला लगाते हैं, जिनके टिन और छप्पर के घर हैं, उनको नौकरियां मिली थीं.'
आपको बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक टीवी इंटरव्यू में बेरोजगारी के सवाल पर कहा था कि दफ्तरों के बाहर पकौड़े बेचने वाले भी 200 रुपए रोज कमाते हैं, लेकिन इनको रोजगार के आंकड़ों में शामिल नहीं किया जाता. आजम ने कहा, 'मेरे ऊपर न कभी कोई दाग था, न है और न ही कभी होगा.'
उन्होंने कहा, 'इससे बड़ा सवाल क्या होगा कि मौजूदा सरकार ने कम से कम मेरे मुंह पर कालिख तो लगा ही दी कि की मुझे एक इल्जाम की सफाई देने के लिए यहां आना पड़ा. मैं बीजेपी सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिसने ऐसे आदमी पर इल्जाम लगाया है, जिसने आज तक एक मोटर तक भी नहीं खरीदी. उसके दामन और चेहरे पर कालिख लगाई है.'
पूछताछ के दौरान आजम खान के करीबी नौकरशाह और पूर्व सचिव नगर विकास एसपी सिंह भी मौजूद थे.