उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री व समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खां ने सोमवार को कहा कि उनकी सुरक्षा कम करने का मतलब यही है कि उनकी हत्या की साजिश की जा रही है. रामपुर में अपने आवास पर मीडिया से मुखातिब हुए आजम ने कहा कि इतिहास गवाह है, जिसकी सुरक्षा कम की गई है, उसकी हत्या हो गई है. उनके साथ भी ऐसी ही साजिश की जा रही है.
आजम ने कहा, "दो-तीन दिन पहले ही दूसरे प्रदेशों से धमकी भरे पत्र मिले हैं, जिन्हें जांच के लिए पुलिस अधीक्षक को सौंपा गया है. अब सुरक्षा भी कम कर दी गई." गौरतलब है कि सपा सरकार में आजम खां को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली थी, लेकिन योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद अब उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. सरकार के इस कदम के बाद ही आजम ने यह सवाल उठाए हैं.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा में बदलाव किया गया है. सत्ता से बाहर हुए कई नेताओं की सुरक्षा में कटौती की गई है. पिछली सपा सरकार में मंत्री आजम खान की सुरक्षा को जेड श्रेणी से घटाकर वाई श्रेणी का कर दिया गया है. साथ ही बीजेपी सांसद विनय कटियार की सुरक्षा को जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है. योगी सरकार की सुरक्षा समिति की बैठक में ये फैसला लिया गया है.
अखिलेश-मुलायम-माया की सुरक्षा में नहीं हुआ बदलाव
यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार में विधायक रहे कई लोगों की सुरक्षा को वापस भी लिया गया है. पूर्व सीएम अखिलेश यादव के चाचा और पूर्व मंत्री शिवपाल यादव की सुरक्षा जेड श्रेणी से घटाकर वाई श्रेणी की कर दी गई है. यही नहीं रामगोपाल यादव और पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी और सपा सांसद डिंपल यादव की सुरक्षा जेड से घटाकर वाई श्रेणी की कर दी गई है. हालांकि सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव और मायावती को मिली जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा को बरकरार रखा गया है.