उत्तर प्रदेश के कैराना से विधायक नाहिद हसन के वायरल वीडियो पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर सांसद आजम खान ने बड़ा बयान दिया है. सपा सांसद आजम खान ने कहा कि हमको (मुस्लिम समुदाय) बापू और तमाम लोगों ने रोका था. आज हमसे कहा जा रहा है कि हमारा स्थान या तो कब्रिस्तान है, या पाकिस्तान है.
दरअसल उत्तर प्रदेश के कैराना से विधायक नाहिद हसन का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में विधायक नाहिद हसन अपने विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम समाज के लोगों से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दुकानदारों से सामान न लेने की अपील करते हुए दिख रहे हैं. साथ ही विधायक कहते हैं कि 'हम सामान खरीदते हैं तो इन भाजपाइयों की दुकान चलती है और उनका घर चलता है, इसलिए सभी भाइयों से मेरी अपील है कि बीजेपी समर्थित दुकानों से सामान लेना बंद करें.'
Azam Khan, SP on SP MLA from Kairana, Nahid Hasan allegedly asking the people of the area to boycott BJP shopkeepers: It is sad that such situation arose. Who is responsible for it? Who had started this? We stayed back (in India), our ancestors stayed back. (1/2) pic.twitter.com/GlfH2UItzW
— ANI (@ANI) July 22, 2019
नाहिद हसन को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, "दस दिनों के लिए, एक महीने के लिए बजार से बीजेपी के लोगों का बहिष्कार करें, चाहे आपको दूसरे गांव क्यों न जाना पड़े लेकिन अपने भाइयों के साथ खड़े रहें, कुछ तकलीफ उठा लें. उनके घर चलते हैं क्योंकि हम उनकी दुकानों से सामान खरीदते हैं और इस वजह से हम दुख झेल रहे हैं."
कैराना सांप्रदायिक रूप से एक संवेदनशील क्षेत्र है. कुछ साल पहले यह जगह खबरों में थी क्योंकि ऐसी रिपोर्ट आई थी कि मुस्लिमों के डर से हिंदू कैराना छोड़ रहे थे. माना जाता है कि कैराना में मुसलमानों की आबादी 60 फीसदी से ऊपर है.
इस विवाद में आजम खान भी कूद पड़े हैं और उन्होंने महात्मा गांधी से लेकर पाकिस्तान और कब्रिस्तान तक की बात की है. आजम खान इससे पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं. शनिवार को आजम खान ने कहा कि मुसलमानों को 1947 के बंटवारे में पाकिस्तान न जाने की सजा मॉब लिंचिंग के रूप में मिल रही है. आजम खां ने कहा कि मुसलमान 1947 के बाद भी सजा काट रहे हैं. अगर मुसलमान पाकिस्तान चले जाते तो उन्हें यह सजा नहीं मिलती. मुसलमान यहां हैं तो मॉब लिचिंग की सजा भुगतना ही पड़ेगी.
उन्होंने कहा, "मुस्लिम जहां भी जाएंगे उन्हें यह सहना ही पड़ेगा. अब जो होगा, उसे सहना होगा. उन्होंने कहा हमारे पूर्वज पाकिस्तान क्यों नहीं गए? यह मौलाना आजाद, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल और बापू से पूछें. इन्होंने मुसलमानों की सुरक्षा का वादा किया था."
आजम खां ने कहा, "हमारे पूर्वज क्यों नहीं गए पाकिस्तान. उन्होंने भारत को अपना वतन माना. उन्हें अब इस वतनपरस्ती की सजा तो मिलेगी और वो सहेंगे. उन्होंने कहा कि बापू (राष्ट्रपिता महात्मा गांधी) की मार्मिक अपील पर मुसलमान पाकिस्तान नहीं गए थे. बापू ने मुसलमानों से कहा था कि ये देश तुम्हारा है, अगर बंटवारा बाकी के मुसलमान भी चाहते तो देश की ये शक्ल नहीं होती."