यूपी के नगर विकास मंत्री आजम खां का कहना है कि आज देवयानी खोबरागड़े मुसिबत में है, लेकिन कभी मेरी यह बहन मुझसे अमेरिका की पैरवी कर रही थी. आजम खां ने अमेरिका पर कटाक्ष करते हुए कहा कि खुद को सभ्य बताने वाला अमेरिका बताए कि भारतीय राजनयिक के साथ कार्रवाई किस सभ्यता का हिस्सा है?
शनिवार को मुरादाबाद में आजम खां आए तो वालीबॉल टूर्नामेंट के उदघाटन के लिए थे, लेकिन युवाओं की भीड़ देखकर उन्हें देवयानी खोबरागड़े की याद आ गई. उन्होंने कहा, 'बोस्टन हवाई अड्डे पर जब मुझे रोककर पासपोर्ट जमा कराया गया तब मेरी यही बहन (देवयानी खोबरागड़े) मुझे समझा रही थी. वह मुझसे कह रही थी कि अमेरिका में ऐसा होता रहता है. वह अमेरिका की पैरवी कर रही थी. काश! उस वक्त वह (देवयानी) हमारी बात अमेरिकी अधिकारियों को समझ देती तो आज उनके साथ जो हुआ वह नहीं होता.'
आजम खां ने अमेरिका में मुख्यमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक के अपमान को गिनाते हुए कहा कि खुद को सभ्य कहलाने वाले अमेरिकी यह बताएं कि भारतीय राजनयिक के साथ जांच के नाम पर की गई कार्रवाई किस सभ्यता का हिस्सा है? उन्होंने अमेरिका पर आरोप लगाया कि वहां एक के बाद दूसरे हर भारतीय के साथ ऐसा ही रवैया रहा है.
आजम ने अमेरिका में बसे भारतीयों से आह्वान किया कि वे अमेरिका छोड़ वापस लौट आएं और अपने देश में रहकर देश की तरक्की के हमराह बनें.