नगर विकास मंत्री मो. आजम खां की गाज आखिरकार प्रमुख सचिव सीबी पालीवाल पर गिर ही गई. उन्हें नगर विकास विभाग से हटाकर राजस्व परिषद में सदस्य के पद पर भेजा गया है.
आजम से अनबन की वजह से पालीवाल पिछले 18 दिनों से अवकाश पर चल रहे थे. हालांकि नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव पद से जाने वाले ये पहले अधिकारी नहीं हैं. इसके पहले प्रवीर कुमार की भी यहां से विदाई हो चुकी है. आजम का विभाग हो या उनका स्टाफ, बहुत कम अधिकारी ही उनके पास रुकना चाहते हैं. प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद प्रमुख सचिव नगर विकास के पद पर प्रवीर कुमार की तैनाती हुई थी.
नगर विकास के साथ उन्हें आवास विभाग का भी प्रमुख सचिव बना दिया गया. कुछ दिनों तक तो सब कुछ ठीक-ठाक चला, लेकिन आजम से अनबन के चलते अंतत: उन्हें नगर विकास विभाग छोडऩा ही पड़ा. इसके बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आए सीबी पालीवाल को इस पद पर तैनात किया गया. उनका भी शुरुआती दौर अच्छा चला, लेकिन कुछ माह बाद ही आजम से अनबन हो गई. इसके चलते वे छुट्टी पर चले गए. कुछ दिनों बाद वापस आए, लेकिन कोई खास महत्व न मिलने पर 12 फरवरी से दोबारा अवकाश पर चले गए.
शासन ने अंतत: नगर विकास से पालीवाल का तबादला कर दिया है. उन्हें ऐसे पद पर भेजा गया है जिसे वनवास के रूप में देखा जाता है. उन्होंने सोमवार को राजस्व परिषद में अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है. इससे पहले लखनऊ नगर निगम के नगर आयुक्त पद पर रहे एनपी सिंह को भी अनबन के चलते हटाया जा चुका है.
यही नहीं, आजम के पूरे स्टाफ ने बगावत करते हुए उनके साथ काम करने से मना कर दिया था और जल निगम के अभियंता भी रामपुर जाने से मना कर चुके हैं.