अक्सर विवादों से घिरे रहने वाले यूपी के नगर विकास मंत्री आजम खां इस बार एक दिलचस्प वजह से चर्चा में हैं. बताया जा रहा है कि आजम खां ने पांच भैंसें खरीदी हैं, जिन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है.
जानकारी के मुताबिक, पंजाब से आजम खां के लिए पांच भैंस खरीदी गईं, जिनको सहारनपुर के रास्ते ही रामपुर जाना था. बीती रात पांचों भैंसें हरियाणा के रास्ते उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर पहुंची. बॉर्डर से ही यूपी पुलिस ने उस गाड़ी को एस्कार्ट किया, जिसमें भैंसें लदी थीं. हूटर बजाते हुए पुलिस की गाड़ी भैंस के वाहन के आगे चल रही थी. इसके बाद गाड़ी गागलहेड़ी थाना पहुंची, जहां पर इन भैसों को उतारा गया.
क्या सरफराज खान की हैं ये भैंसें?
इन भैंसों के बारे में एक दूसरी तस्वीर भी सामने आ रही है. कहा जा रहा है कि पंजाब से ये भैंसें सहारनपुर के राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त सरफराज खान ने मंगाई थी, जिनको सहारनपुर के गागलहेड़ी की पशु मंडी में रखा गया था. गागलहेड़ी स्थित पशु मंडी थाना के बिल्कुल पीछे है. पंजाब और अन्य राज्य से लाए गए पशुओं को उनकी देखभाल के लिए इसी मंडी में रखा जाता है. वहां से इनकी खरीद-फरोख्त भी की जाती है.
देर रात जब भैंसें पशु मंडी में उतारी गईं, तो वहां सरफराज खान अपने गनर के साथ गए थे. रात को भैंसें पशु मंडी में बंधी रहीं मंडी में काम करने वाले वर्करों ने उनकी देखभाल की. सुबह को वहां से चारों भैंसें भेज दी गईं.
सरफराज खान से जब इस बारे में फोन से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि ये भैंसें उन्होंने अपने लिए मंगाई है. सरफराज के अनुसार, भैंसें अब भी उनके ही गांव में हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या वे अपने लिए भैंस भी नहीं खरीद सकते?
बहरहाल, हर ओर चर्चा यही है कि ये भैंसें सरफराज खान ने मंत्री आजम खान के लिए पंजाब से मंगवाई हैं. रास्ता लम्बा होने की वजह से व रात को उनका दूध निकालने के लिए उन्हें पशु मंडी में उतारा गया था, लेकिन जब मीडिया में इस बात की चर्चा हुई, तो सरफराज खान ने इन भैंसों को अपना बताकर फिलहाल मामले को शांत करने की कोशिश की है. बहरहाल, भैंसों पर सस्पेंस कायम है.