उत्तर प्रदेश में कल आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ. उपचुनाव में बीजेपी ने दोनों ही सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है. इस बीच सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. वीडियो में धर्मेंद्र यादव की इंग्लिश की चर्चा हो रही है.
वायरल वीडियो में धर्मेंद्र यादव एक पुलिसवाले से नाराज नजर आ रहे हैं. पुलिसवाले के रोकने पर धर्मेंद्र यादव कहते हैं, 'How Can U रोक? स्ट्रांग रूम कौन जाएगा?' हिंदी-इंग्लिश मिक्स करके बोली गई इस लाइन का ट्विटर यूजर्स मजाक बना रहे हैं.
आजमगढ़ में काउंटिंग शुरू होने से पहले, सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव ने आरोप लगाया था कि उन्हें अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने दावा किया था कि अंदर EVM से खिलवाड़ हो रहा है.
तीन बार के सांसद श्री धर्मेन्द्र यादव जी को अपनी काउंटिंग में जाने से रोकता हुआ एक सब-इंस्पेक्टर।
लोकतंत्र का मजा बना दिया है भाजपा सरकार ने।
पुलिसिया तंत्र की हुकूमत बन गई है। pic.twitter.com/W93lvHbAw3— I.P. Singh (@IPSinghSp) June 26, 2022
बता दें कि आजमगढ़ में दिनेश लाल यादव निरहुआ ने सपा प्रत्याशी और अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हराया है. निरहुआ को 3,12,768 वोट मिले, जबकि सपा के धर्मेंद्र यादव को 3,0,4089 वोट मिले. गुड्डू जमाली को 2,66,210 वोट मिले. चौथे नंबर पर 4732 वोट नोटा के खाते में आए. 3 साल पहले 2019 के आम चुनाव में निरहुआ को अखिलेश यादव ने हराया था.
Dharmendra Yadav can be a good English teacher.😂🤣 pic.twitter.com/fDtav5tSOI
— News Arena (@NewsArenaIndia) June 26, 2022
अपनी हार के बाद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता लगातार धमकाए जा रहे थे, पुलिस लगातार प्रेशर बना रही थी. वह बोले कि मैं अपनी हार स्वीकार करता हूं.
How can u रोक?
— Preeti Goyal (@PreetiG28679886) June 26, 2022
समाजवादी पार्टी लीडर DHARMENDRA YADAV 😂😂
ऐसी अंग्रेज़ी सुन कर कैसे हँसी रोक लेती है यूपी पुलिस 😂😂 pic.twitter.com/xogU4KZ6P8
बसपा को बताया बीजेपी की बी-टीम
धर्मेंद्र ने मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बी-टीम भी बताया. बता दें कि अखिलेश यादव उपचुनाव में एक्टिव नहीं दिखे, इसको लेकर उनको घेरा भी गया. भाई अखिलेश के बचाव में धर्मेंद्र ने कहा कि अखिलेश ने अपनी कुछ मर्यादाएं बनाई थीं. उनके ना आने पर मैं भी जिद पकड़ लेता अगर मैं आम कार्यकर्ता होता, पर मैं उनका भाई भी हूं, मैं ऐसा नहीं कह सकता, उनसे जो हो सकता था उन्होंने किया.